Edited By vasudha,Updated: 08 May, 2020 05:01 PM
संयुक्त राष्ट्र और साझेदार एजेंसियों ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए 6.7 अरब डॉलर जुटाने की वैश्विक मुहिम शुरू की है। इस मुहिम में विशेष ध्यान बेहद कमजोर एवं अरक्षित देशों और खाद्य असुरक्षा तथा लैंगिक आधार पर होने वाली हिंसा से निपटने पर...
इंटरनेशनल डेस्क: संयुक्त राष्ट्र और साझेदार एजेंसियों ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए 6.7 अरब डॉलर जुटाने की वैश्विक मुहिम शुरू की है। इस मुहिम में विशेष ध्यान बेहद कमजोर एवं अरक्षित देशों और खाद्य असुरक्षा तथा लैंगिक आधार पर होने वाली हिंसा से निपटने पर दिया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत समन्वयक मार्क लोकॉक ने बृहस्पतिवार को 6.7 अरब डॉलर का कोष जुटाने की मुहिम शुरू की और कमजोर एवं अरक्षित देशों में कोविड-19 से लड़ने की वैश्विक योजना को अद्यतन किया।
लोकॉक ने कहा कि वायरस ने अब प्रत्येक देश और धरती पर लगभग हर इंसान को प्रभावित किया है, लेकिन इसके सबसे भयावह एवं अस्थिर करने वाले प्रभाव विश्व के सबसे गरीब देशों में देखने को मिलेंगे। ‘कोविड-19 वैश्विक मानवीय प्रतिक्रिया योजना' 25 मार्च को शुरू की गई थी लेकिन मानवीय जरूरतें लगातार बढ़ने के चलते 2020 के शेष समय के लिए अद्यतन योजना को 6.7 अरब डॉलर की जरूरत है। योजना में खाद्य असुरक्षा बढ़ने की स्थिति से निपटने के लिए तैयार मूल अपील एवं कार्यक्रमों में शामिल 54 देशों के अलावा नौ कमजोर एवं अरक्षित देशों को जोड़ा गया है।
ये नौ अतिरिक्त देश बेनिन, जिबूती, लाइबेरिया, मोजाम्बिक, पाकिस्तान, फिलीपीन, सिएरा लियोन, टोगो और जिम्बाब्वे हैं। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि आज की अपील खाद्य असुरक्षा पर ज्यादा ध्यान देने के साथ ही अधिक संवेदनशील देशों की मदद कैसे करें और लिंग के आधार पर होने वाली हिंसा, यौन उत्पीड़न एवं दुर्व्यवहार समेत अन्य समस्याओं पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।
लोकॉक ने अभी कदम न उठाने पर संघर्ष, भुखमरी एवं गरीबी बढ़ने के साथ ही सिर पर मंडराते अकाल के खतरे के प्रति आगाह किया है। उन्होंने कहा कि अगर हम सबसे गरीब लोगों- खासकर महिलाओं एवं लड़कियों तथा अन्य संवेदनशील समूहों को समर्थन नहीं देते जो वैश्विक महामारी एवं वैश्विक मंदी के प्रभाव से लड़ रहे हैं, तो हम सबको आने वाले कई साल तक इसके परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। वे इससे ज्यादा दर्दनाक और हर किसी के लिए कहीं ज्यादा महंगे साबित होंगे। अद्यतन योजना संयुक्त राष्ट्र महासचिव द्वारा मार्च के अंत में तैयार की गई पहली अपील का ही अगला हिस्सा है। पहली अपील में दो अरब डॉलर जुटाने की मांग की गई थी। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने दानदाताओं से ज्यादा समर्थन देने की अपील है ताकि कोरोना वायरस को दुनिया भर के देशों को अपनी चपेट में लेने से रोका जा सके।