Edited By rajesh kumar,Updated: 10 Dec, 2019 07:04 PM
जम्मू में मंगलवार को ऑल इंडिया जम्मू-कश्मीर पंचायत कांफ्रेंस (एजेकेपीसी) के दर्जनों सदस्यों को मंगलवार को हिरासत में ले लिया गया। वे केंद्र की मनरेगा योजना के तहत 1,000 करोड़ रुपए की देनदारियों को मंजूरी देने समेत विभिन्न मांगों को लेकर मार्च...
जम्मू: जम्मू में मंगलवार को ऑल इंडिया जम्मू-कश्मीर पंचायत कांफ्रेंस (एजेकेपीसी) के दर्जनों सदस्यों को मंगलवार को हिरासत में ले लिया गया। वे केंद्र की मनरेगा योजना के तहत 1,000 करोड़ रुपए की देनदारियों को मंजूरी देने समेत विभिन्न मांगों को लेकर मार्च निकालने का प्रयास कर रहे थे।
निर्वाचित पंचायत सदस्यों के प्रमुख निकाय एजेकेपीसी अपनी मांगों को लेकर तीन दिसंबर को सप्ताह भर की भूख हड़ताल पर चला गया था। मंगलवार को उसने हड़ताल खत्म कर रैली निकालने की कोशिश, तभी पुलिस ने उसके सदस्यों को हिरासत में ले लिया।
एजेकेपीसी के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने मार्च निकालने से पहले पत्रकारों से कहा हम आज (मंगलवार) पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार भूख हड़ताल समाप्त कर रहे हैं।हम पहले ही अपनी सभी वास्तविक मांगों के बारे में ग्रामीण विकास विभाग के निदेशक को बता चुके हैं, जो भूख हड़ताल के दौरान हमसे मिले थे और हमारे मुद्दों के समाधान के प्रति आशान्वित थे। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन उनके मुद्दों को हल करने में विफल रहा तो आंदोलन तेज किया जाएगा।