Edited By ,Updated: 18 Apr, 2017 04:44 PM
पिछले कई दिनों से अमरनाथ के रास्ते पर तपिश बढ़ रही है। शिविर पहलगाम में दिन का पारा सामान्य से 8 से 9 डिग्री ऊपर चल रहा है। यही हाल बालटाल का भी है।
पहलगाम : पिछले कई दिनों से अमरनाथ के रास्ते पर तपिश बढ़ रही है। शिविर पहलगाम में दिन का पारा सामान्य से 8 से 9 डिग्री ऊपर चल रहा है। यही हाल बालटाल का भी है। रात के समय भी तापमान सामान्य से ऊपर है। जानकारों का कहना है कि मौसम की अगर ऐसी ही बेरुखी रही तो पवित्र हिमलिंग पर इसका असर पड़ना स्वाभाविक है। हालांकि आगामी 29 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के लिए अभी ढाई माह बाकी हैं। यात्रा के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो वर्ष 2013 में यात्रा शुरू होने के बाद मात्र 17 दिनों में ही हिम शिवलिंग का आकार अप्रत्याशित रूप से घट गया था। वह समय से पहले अंतर्ध्यान हो गए थे। उस समय शुरू में पवित्र हिमलिंग की ऊंचाई 16 फीट थी। वर्ष 2005, 2006, 2009 और 2011 में भी समय पूर्व ही पवित्र अमरनाथ गुफा में हिम शिवलिंग अंतर्ध्यान हो गए थे। अभी तक हिम शिवलिंग का आकार घटने अथवा अंतर्ध्यान होने की वजह वैज्ञानिक तौर पर मौसम की बेरुखी रही है।
इस सीजन अब तक राज्य में निरंतर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहे हैं। आगामी 19 अप्रैल से एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। जिससे उम्मीद की जा रही है कि यात्रा तक यह सिलसिला चलता रहेगा। लेकिन अगर ऐसी परिस्थितियां लंबे समय तक नहीं होती है तो इसका पवित्र गुफा के आसपास के क्षेत्र पर असर पड़ेगा।