Edited By rajesh kumar,Updated: 11 Feb, 2020 03:51 PM
कश्मीर घाटी में सुरक्षा कारणों से सभी ट्रेन सेवाओं को फिर मंगलवार को स्थगित कर दिया गया। दिल्ली के तिहाड़ जेल में आज ही के दिन फांसी पर चढ़ाए गए अलगाावादी संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के संस्थापक मोहम्मद मकबूल भट की 36वीं बरसी पर आहूत...
श्रीनगर: कश्मीर घाटी में सुरक्षा कारणों से सभी ट्रेन सेवाओं को फिर मंगलवार को स्थगित कर दिया गया। दिल्ली के तिहाड़ जेल में आज ही के दिन फांसी पर चढ़ाए गए अलगाावादी संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के संस्थापक मोहम्मद मकबूल भट की 36वीं बरसी पर आहूत हड़ताल के कारण सुरक्षा कारणों से रेलवे ने यह कदम उठाया है। हड़ताल के कारण पूरी घाटी में सामान्य जनजीवन प्रभावित है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रमंडलीय प्रशासन एवं पुलिस के मशविरे पर हमने घाटी में सभी ट्रेनों को स्थगित कर दिया है। यात्रियों एवं रेल कर्मचारियों तथा संपत्तियों की क्षति एवं नुकसान की आशंका को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासन के मशविरे के बाद रेलों को परिचालन रोक देती है। सूत्रों ने बताया कि श्रीनगर-बडगाम और उत्तरी कश्मीर के बारामुला के बीच कोई ट्रेन नहीं चलेगी। इसी प्रकार बडगाम-श्रीनगर-अनंतनाग-काजीकुंड से जम्मू क्षेत्र के बनिहाल के बीच भी ट्रेनों का कोई संचालन नहीं होगा।
इससे पहले रविवार को दिल्ली के तिहाड़ में वर्ष 2013 में फांसी पर चढ़ाए गए संसद हमले के दोषी अफजल गुरू की सातवीं बरसी के मौके पर आहूत हड़ताल के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। इस हड़ताल को देखते हुए उस दिन भी तमाम रेलों का परिचालन बंद रहा। गत वर्ष पांच अगस्त, जिस दिन केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 और 35 (ए) के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त कर दिया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था, के बाद से अब तक विभिन्न सुरक्षा कारणों से करीब 100 दिनों तक रेल यातायात स्थगित रहा है।