Edited By rajesh kumar,Updated: 04 Feb, 2020 01:43 PM
नगरोटा आतंकी हमले में पकड़े गए ओवर ग्राउंड वर्करों से पूछताछ में एक बड़ा खुलासा हुआ है। सीमा पार से घुसपैठ करने के बाद आतंकियों को कश्मीर घाटी या अन्य सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाने में ट्रक चालक एक लाख से 70 हजार रुपए तक ले रहे हैं। दरअसल श्रीनगर से...
जम्मू: नगरोटा आतंकी हमले में पकड़े गए ओवर ग्राउंड वर्करों से पूछताछ में एक बड़ा खुलासा हुआ है। सीमा पार से घुसपैठ करने के बाद आतंकियों को कश्मीर घाटी या अन्य सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाने में ट्रक चालक एक लाख से 70 हजार रुपए तक ले रहे हैं। दरअसल श्रीनगर से जुड़े रुट पर नियमित चलने वाले ट्रक एक बड़े किरदार के रुप में सामने आ रहे हैं।
पूछताछ में आतंकियों के ओजीडब्ल्यू ट्रक चालक और सहचालक ने बताया कि आतंकियों को अपने ठिकानों तक पहुंचाने का सौदा होता है। इसके लिए बड़े आतंकी की कीमत एक लाख रुपए और सामान्य आतंकी को महफूस ठिकानों तक पहुंचाने के लिए 70 हजार रुपए लेते हैं। आतंकियों व हथियारों को एक स्थान से दूसरे स्थान और अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिए ट्रकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के आतंकवाद ग्रस्त इलाकों में ट्रकों की खरीद भी बड़ गई है।
इसी के तहत कुपवाड़ा, राजोरी, पुंछ, किश्तवाड़ और अनंतनाग और श्रीनगर के नंबरों का पंजीकरण ज्यादा हो रहा है। सामान ढुलाई के बहाने आतंकवादियों को एक जगह से दूसरी जगह तक ले जाने के अलावा अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिए भी ट्रकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं छानबीन में सांबा और कठुआ जिले में एनएच के किनारे बने होटल और ढाबा मालिक शक के घेरे में आ गए हैं। क्योंकि आतंकियों और उनके मददगारों की रुकने की व्यवस्था करने में ढाबा-होटल मालिकों के इनपुट भी मिले हैं। जांच एजेंसियों ने हाईवे के किनारे बने होटलों व ढाबों की लिस्ट बनाकर जल्द ही पूछताछ करने में जुट गई है।