Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Nov, 2017 05:31 PM
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के चिंताजनक स्तर पर पहुंचने से पर्यटन क्षेत्र प्रभावित हो सकता है। नवंबर और दिसंबर का महीना विदेशी पर्यटकों की आवाजाही के लिए अच्छा माना जाता है। उद्योग मंडल एसोचैम ने कहा कि ज्यादातर विदेशी पर्यटक सैर सपाटे के लिए दिल्ली,...
नई दिल्लीः दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के चिंताजनक स्तर पर पहुंचने से पर्यटन क्षेत्र प्रभावित हो सकता है। नवंबर और दिसंबर का महीना विदेशी पर्यटकों की आवाजाही के लिए अच्छा माना जाता है। उद्योग मंडल एसोचैम ने कहा कि ज्यादातर विदेशी पर्यटक सैर सपाटे के लिए दिल्ली, आगरा और जयपुर का विकल्प चुनते हैं जो पर्यटन बाजार में स्र्विणम त्रिभुज कहा जाता है। उद्योग मंडल ने 350 से अधिक टूर आपरेटरों के साथ बातचीत पर आधारित एक रिर्पोट में कहा है कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटक विशेषरूप से अपनी सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर काफी जागरूक होते हैं। दिल्ली में इस बार नकारात्मक घटनाक्रम की वजह से वे अधिक साफसुथरे दक्षिण एशिया के गंतव्यों का रुख कर सकते हैं।
उद्योग मंडल ने कहा कि इस समय घरेलू पर्यटक भी दिल्ली आने से बच रहे हैं। ‘‘हमारी टूर आपरेटरों तथा होटलों से जो बातचीत हुई है उससे यह साफ संकेत मिलता है कि प्रदूषण के चिंताजनक स्तर पर पहुंचने से अर्थव्यवस्था पर असर पड़ सकता है।’’ एसोचैम ने कहा कि पर्यटन के अलावा इस क्षेत्र से जुड़ा परिवहन भी प्रभावित हो सकता है। राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में परिवहन भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। परिवहन और पर्यटन क्षेत्रों द्वारा काफी रोजगार दिया जाता है और प्रदूषण से नौकिरयों पर भी असर पड़ेगा। हालांकि, एसोचैम ने कहा कि अभी बड़े पैमाने पर बुकिंग रद्द नहीं हुई है क्योंकि पर्यटकों द्वारा इसके लिए पैसा अग्रिम में दिया गया है।