Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Dec, 2017 12:41 PM
यह फलक के सितारे, सुनाते हैं किस्से तुम्हारे खाई हैं दर-दर की ठो..
यह फलक के सितारे, सुनाते हैं किस्से तुम्हारे
खाई हैं दर-दर की ठोकरें
झूठे वादों के सहारें तार-तार किए हैं तूने
वफाई के दामन सारे
लगते हैं फिर भी हमें जान से प्यारे।