Edited By kamal,Updated: 22 May, 2018 02:49 PM
रमज़ान के महीने में सेंट्रल जेल में बंद कैदी भी रोज़े रखकर अपने गुनाहों के लिए अल्लाह से तौबा कर रहे हैं। जेल में बंद कई कैदी ऐसे हैं जो अल्लाह की इबादत में लगे हैं और पांचों वक्त की नमाज़ अदा कर रहे हैं
भोपाल: रमज़ान के महीने में सेंट्रल जेल में बंद कैदी भी रोज़े रखकर अपने गुनाहों के लिए अल्लाह से तौबा कर रहे हैं। कई कैदी ऐसे हैं जो अल्लाह की इबादत में लगे हैं और पांचों वक्त की नमाज़ अदा कर रहे हैं। तमाम परेशानियों और भीषण गर्मी के बाद भी कैदी रोज़े रख रहे हैं और रोज़े की रहमत में खुदा के आगे सर झुका कर अपने गुनाहों की माफी मांग रहे हैं।
भोपाल सेंट्रल जेल में इस समय करीब 550 मुस्लिम कैदी सज़ा काट रहे हैं। जिनमें से 100 आजीवन कारावास वाले हैं और करीब इतने ही कैदी विचाराधीन हैं। रोजदारों के लिए भोपाल जेल प्रबंधन ने खास इंतज़ाम किए हुए हैं। कैदियों के लिए सुबह 3 बजे सेहरी का इंतज़ाम किया जाता है। शाम को इफ्तार के वक्त कैदियों को खाने में दूध, रोटी, फल, खजूर, सब्जी, दाल, सलाद उपलब्ध कराया जाता है। रोजदार कैदियों के लिए जेल में कई अलग-अलग बैरक भी बनाए गए हैं जहां पर कैदी नमाज़ अदा करते हैं।