Edited By rajesh kumar,Updated: 07 Apr, 2022 06:34 PM
आंध्र प्रदेश के सभी 24 मंत्रियों ने मंत्रिपरिषद के प्रस्तावित पुनर्गठन से पहले बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मौजूदा मंत्रियों ने मंत्रिमंडल की बैठक में अपना इस्तीफा...
नेशनल डेस्क: आंध्र प्रदेश के सभी 24 मंत्रियों ने मंत्रिपरिषद के प्रस्तावित पुनर्गठन से पहले बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मौजूदा मंत्रियों ने मंत्रिमंडल की बैठक में अपना इस्तीफा (मुख्यमंत्री को) सौंपा। यह उनकी अंतिम बैठक थी। वे 34 महीने अपने-अपने पदों पर रहे।
सूत्रों ने बताया कि मंत्रिपरिषद का पुनर्गठन 11 अप्रैल को होगा। मुख्यमंत्री ने बुधवार रात राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के साथ एक बैठक की, जिसमें मंत्रिपरिषद के पुनर्गठन पर चर्चा की गई।सरकारी सूत्रों ने बताया कि पुनर्गठित मंत्रिमंडल में नए चेहरों को शामिल किया जाएगा, मौजूदा मंत्रियों में से कम से कम चार को फिर से मौका मिल सकता है। नए मंत्रिमंडल के गठन में जाति मानदंड की अहम भूमिका होने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने 30 मई 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद घोषणा की थी कि ढाई साल बाद नए चेहरों के साथ मंत्रिमंडल का पुनर्गठन करेंगे।
यह फेरबदल दिसंबर 2021 में होना था, लेकिन कोविड -19 महामारी के कारण इसे रोक दिया गया था। वाईएसआरसीपी के सूत्रों के मुताबिक पंचायत राज मंत्री पेद्दीरेड्डी रामचंद्र रेड्डी और वित्त मंत्री बुगना राजेंद्रनाथ रेड्डी मंत्रिमंडल में बने रहेंगे, जबकि अन्य सभी 23 मंत्रियों को नए चेहरों के साथ बदल दिया जाएगा। गौरतलब है कि विधानसभा में सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी के 151 विधायक हैं, जबकि तेलुगू देशम पार्टी के चार विधायक भी पार्टी में शामिल हो गए हैं। जनसेना के इकलौते विधायक पार्टी में शामिल हुए बिना सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी को समर्थन दे रहे हैं। इस बीच उम्मीदवारों ने कैबिनेट में जगह पाने के लिए जोरदार पैरवी शुरू कर दी है।