35 साल पहले कांग्रेस ने गुजरात को दिया था मुस्लिम सांसद, भाजपा ने कभी नहीं दिया टिकट

Edited By Mahima,Updated: 26 Apr, 2024 12:48 PM

35 years ago congress had given muslim mp to gujarat

गुजरात से बीते 35 साल से कोई भी मुस्लिम सांसद लोकसभा नहीं पहुंचा है। करीब 35 साल पहले कांग्रेस के अहमद पटेल इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सहानुभूति की लहर में 1984 में यहां से जीते थे। हालांकि 1989 के चुनाव में वह भरुच सीट भाजपा के चंदू देशमुख के...

नेशनल डेस्क: गुजरात से बीते 35 साल से कोई भी मुस्लिम सांसद लोकसभा नहीं पहुंचा है। करीब 35 साल पहले कांग्रेस के अहमद पटेल इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सहानुभूति की लहर में 1984 में यहां से जीते थे। हालांकि 1989 के चुनाव में वह भरुच सीट भाजपा के चंदू देशमुख के हाथों हार गए। उसके बाद से आज तक कई लोकसभा चुनाव हो चुके हैं, मगर गुजरात से एक भी मुस्लिम उम्मीदवार निर्वाचित होकर लोकसभा नहीं पहुंचा। 2014 के चुनावों तक का इतिहास देखें तो राष्ट्रीय पार्टियों में कांग्रेस ने महज 15 मुस्लिम उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा था, भाजपा ने तो एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को कभी टिकट ही नहीं दिया।

राज्य की कुल आबादी का 9.5 फीसदी मुसलमान हैं। साल 1962 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में गुजरात के बनासकांठा से जोहरा चावड़ा चुनी गईं, उसके बाद 1977 के चुनाव में दो मुस्लिम उम्मीदवार अहमद पटेल (भरुच) और एहसान जाफरी (अहमदाबाद) लोकसभा पहुंचे। 1977 के चुनाव में पहली और आखिरी बार सबसे ज्यादा 2 मुस्लिम सांसद लोकसभा पहुंचे।

इस बार कांग्रेस का एक उम्मीदवार
इस बार भी कांग्रेस ने सिर्फ एक मुस्लिम उम्मीदवार को भरुच से टिकट दिया है। भरुच सीट पर मुस्लिम आबादी सबसे अधिक है। यहां 15.64 लाख वोटर्स में से 22 फीसदी मुस्लिम वोटर्स हैं। जनजातीय वोटर्स की संख्या 31 फीसदी है। अहमदाबाद (पश्चिम) पर 25 फीसदी मुस्लिम वोटर्स हैं। गांधीनगर में स्थित जुहापुरा इलाका सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला इलाका है, जहां मुस्लिम आबादी 4 लाख से भी ज्यादा है। इस बार गांधीनगर से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह चुनावी मैदान में हैं।

तीन बार जीते अहमद नाम के शख्स
कांग्रेस ने 1962 से उतारे तो 8 मुस्लिम उम्मीदवार हैं, मगर इनमें से सिर्फ अहमद पटेल ही 1977, 1982 और 1984 में जीतने में सफल रहे। सेंटर ऑफ सोशल स्टडीज की किरन देसाई ने कहा कि गुजरात में मुस्लिम सामाजिक ही नहीं बल्कि राजनीतिक तौर पर भी पिछड़े हुए हैं। 2002 के दंगों के बाद यह स्थिति और गंभीर हुई है। कांग्रेस ने 1989 के बाद से सिर्फ सात मुस्लिम उम्मीदवारों को लोकसभा चुनाव में टिकट दिया है।

गुजरात भाजपा के प्रवक्ता भरत पांड्या के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में कहा गया हे कि हमारी पार्टी जीतने की क्षमता पर ध्यान देती है, इसके अलावा स्थानीय स्तर पर उम्मीदवार की पकड़ जैसे मानकों के आधार पर टिकट दिया जाता है। वहीं कांग्रेस के मनीष दोषी ने कहा कि गुजरात विधानसभा में हमारे 3 मुस्लिम विधायक हैं, हमने पहले भी मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है मगर उनमें से कोई जीत नहीं सका।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!