Edited By Pardeep,Updated: 11 May, 2022 02:10 AM
पाकिस्तान के दो शरणार्थी परिवारों के चार बच्चे सोमवार को जोधपुर के कालीबेरी इलाके में पानी से भरी 50 फीट गहरी पत्थर की खदान में डूब गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। हालांकि उनके शव मंगलवार दोपहर को बरामद कर लिए गए। पुलिस ने
जोधपुरः पाकिस्तान के दो शरणार्थी परिवारों के चार बच्चे सोमवार को जोधपुर के कालीबेरी इलाके में पानी से भरी 50 फीट गहरी पत्थर की खदान में डूब गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। हालांकि उनके शव मंगलवार दोपहर को बरामद कर लिए गए। पुलिस ने कहा कि मृतकों में दोनों परिवारों के दो-दो बच्चे शामिल हैं, जो सोमवार दोपहर को बाहर खेल रहे थे।
बच्चों के माता-पिता को सांत्वना देने अस्पताल पहुंचे जिलाधिकारी हिमांशु गुप्ता ने कहा, ''जब वे सोमवार शाम तक वापस नहीं लौटे, तो परिवार के सदस्यों ने उनकी तलाश शुरू कर दी। मोहल्ले में कुछ शादी कार्यक्रम थे। इसलिए जब उन्हें अपने बच्चे नहीं मिले, तो उन्होंने मान लिया कि वे किसी शादी में गए होंगे और रात तक लौट आएंगे।'' जब परिवार के सदस्य अपने बच्चों को नहीं ढूंढ पाए, तो उन्होंने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। लेकिन इससे पहले कि पुलिस कोई कार्रवाई कर पाती, सूचना प्राप्त हुई कि एक बच्चे का शव पत्थर की खदान में पानी में तैर रहा है।
सूरसागर के थाना प्रभारी गौतम डोटासरा ने बताया कि शव को बाहर निकाला गया तो उसकी पहचान रमेश भील के पुत्र पूनम चंद (8) के रूप में हुई। पुलिस ने कहा कि जल्द ही, गोताखोरों की एक टीम को यह मानते हुए काम पर लगाया गया कि तीन अन्य लापता बच्चे भी खदान के पानी में डूब गए होंगे। आशंका तब सच साबित हुई जब एक के बाद एक तीन शव पानी से निकाले गए।
डोटासारा ने कहा, ''उनकी पहचान युवराज (5), टीकम (12) और गोपाल (8) के रूप में हुई है।'' मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘पाकिस्तान के प्रवासियों के 4 बच्चों की नहाते समय मौत होने की खबर दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक है। मेरी संवेदनाएं परिवार और उनके रिश्तेदारों के साथ हैं। भगवान उन्हें शक्ति दें। ''