'पेरियार नदी में बड़ी संख्या में मछलियों की मौत', केरल सरकार ने बुलाई हाईलेवल मीटिंग

Edited By Yaspal,Updated: 26 May, 2024 08:23 PM

a large number of fish died in periyar river  kerala government called meeting

स्थानीय लोगों, पर्यावरणविदों और विपक्षी दलों से आलोचना का सामना कर रही केरल सरकार ने हाल में पेरियार नदी में बड़ी संख्या में मछलियों की मौत होने के मुद्दे पर चर्चा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित करने का रविवार को निर्णय किया

नेशनल डेस्कः स्थानीय लोगों, पर्यावरणविदों और विपक्षी दलों से आलोचना का सामना कर रही केरल सरकार ने हाल में पेरियार नदी में बड़ी संख्या में मछलियों की मौत होने के मुद्दे पर चर्चा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित करने का रविवार को निर्णय किया।

राज्य के उद्योग मंत्री पी राजीव ने कहा कि बैठक में घटना पर फोर्ट कोच्चि उपजिलाधिकारी द्वारा सौंपी जाने वाली रिपोर्ट पर चर्चा होगी। उन्होंने यह भरोसा भी जताया कि उस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह रिपोर्ट सोमवार तक सरकार को सौंपे जाने की उम्मीद है। पेरियार नदी में हजारों मछलियां मृत पाए जाने के बाद उनका यह बयान आया है। बड़ी संख्या में मछलियों की मौत होने पर यहां पिछले हफ्ते स्थानीय निवासियों और किसानों ने प्रदर्शन किया था।

मंत्री ने कहा कि घटना के सिलसिले में राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा केरल मत्स्य पालन और महासागर अध्ययन विश्वविद्यालय से अलग-अलग रिपोर्ट मांगी गई है। उपजिलाधिकारी अन्य सभी रिपोर्ट का समन्वय कर इसे सौंपेंगे। मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य पेरियार के संरक्षण के लिए एक स्थायी समाधान तलाशना है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट मिलने के बाद तिरुवनंतपुरम में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई जाएगी और उसके निर्णयों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

नदी के जल में अमोनिया और सल्फर की मौजूदगी के आरोपों की ओर इशारा करते हुए मंत्री ने विशेषज्ञों के हवाले से कहा कि यह जैविक अपशिष्ट या रासायनिक कचरे से हुआ होगा। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि यहां बड़ी संख्या में मछलियों की मौत के लिए आसपास के कारखानों से नदी में डाले जाने वाला रासायनिक कचरा जिम्मेदार है।

Related Story

India

97/2

12.2

Ireland

96/10

16.0

India win by 8 wickets

RR 7.95
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!