Edited By shukdev,Updated: 11 Dec, 2019 12:38 AM
आल असम स्टूडेंट यूनियन (आसू) ने मंगलवार को कहा कि वह नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगा। आसू के मुख्य सलाहकार समुज्जल भट्टाचार्य ने केंद्र की भाजपा नीत सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि उत्तर पूर्व के लोग इस...
गुवाहाटी: आल असम स्टूडेंट यूनियन (आसू) ने मंगलवार को कहा कि वह नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगा। आसू के मुख्य सलाहकार समुज्जल भट्टाचार्य ने केंद्र की भाजपा नीत सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि उत्तर पूर्व के लोग इस विधेयक को किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, “हम लोग नागरिकता संशोधन विधेयक से लड़ने के लिए कानूनी रास्ता अपनाएंगे। हमने अपने वकीलों से बात की है और हम उनकी सलाह पर उच्चतम न्यायालय का रुख करेंगे।”
भट्टाचार्य ने कहा,“हम हालांकि विधेयक के खिलाफ लोकतांत्रिक आंदोलन जारी रखेंगे। केंद्र में भाजपा नीत सरकार उत्तर पूर्व क्षेत्र का ध्रुवीकरण करना चाहती है। विधेयक हमारे अधिकार छीन लेगा और हमें इसके खिलाफ लड़ना होगा।” भट्टाचार्य ने कहा कि विधेयक के खिलाफ छात्रों का आंदोलन शांतिपूर्ण होगा। उन्होंने महात्मा गांधी का हवाला देते हुए कहा, “यदि हमारा आंदोलन हिंसक होगा तो सरकार को मौका मिल जाएगा। हमें समझना होगा कि हमारे पास नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ अहिंसक आंदोलन के अलावा कोई और हथियार नहीं है।”
आसू के अगले कदम पर उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर को गुवाहाटी में एक ‘गण संग्राम' का आयोजन किया जाएगा जिसमें विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन होगा। इसके बाद आम लोगों को विधेयक के बारे में समझाने के लिए 14 दिसंबर से हर गांव में बैठक आयोजित की जाएगी और उनके साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई जाएगी।