Amarnath Yatra 2022: 43 दिन चलने वाली अमरनाथ यात्रा 30 जून से होगी शुरू, ऑनलाइन पंजीकरण 11 अप्रैल से

Edited By Seema Sharma,Updated: 28 Mar, 2022 09:36 AM

amarnath yatra will start from june 30

जम्मू-कश्मीर में प्रतिवर्ष होने वाली अमरनाथ यात्रा इस बार 30 जून से शुरू होगी। दक्षिण कश्मीर स्थित हिमालयी क्षेत्र में 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा में हिमलिंग के दर्शन के लिए 43-दिनों तक चलने वाली इस यात्रा

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर में प्रतिवर्ष होने वाली अमरनाथ यात्रा इस बार 30 जून से शुरू होगी। दक्षिण कश्मीर स्थित हिमालयी क्षेत्र में 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा में हिमलिंग के दर्शन के लिए 43-दिनों तक चलने वाली इस यात्रा के संबंध में श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की रविवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक की अध्यक्षता उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की। सिन्हा ने ट्वीट किया, ‘‘ श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की। 43 दिवसीय पवित्र तीर्थयात्रा सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 30 जून से शुरू होगी और इसका समापन परम्परा के अनुरूप रक्षा बंधन के दिन होगा। हमने आगामी तीर्थयात्रा से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर गहराई से विचार- विमर्श किया है।'' 

 

11 अप्रैल से शुरू होगा ऑनलाइन पंजीकरण
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड इस यात्रा ने लिए 11 अप्रैल में ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू करेगा तथा प्रति दिन करीब 20 हजार तीर्थ यात्री आधिकारिक वेबसाइट के जरिए खुद पंजीकरण कर सकते हैं। एक अधिकारी ने बताया कि वाहनों और तीर्थयात्रियों के लिए आरएफआईडी आधारित ट्रैकिंग भी की जाएगी। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से रामबन जिला के चंदेरकोट में तैयार किए जा रहे एक यात्री निवास में 3200 से ज्यादा यात्रियों को ठहरने की व्यवस्था होगी।

 

प्रतिदिन 10 हजार श्रद्धालुओं को किया जाएगा रवाना
यात्रा पहलगाम और बालटाल मार्गों से शुरू की जाएगी। प्रतिदिन दस हजार श्रद्धालुओं को रवाना किया जाएगा। इसमें हेलिकाप्टर से पहुंचने वाले श्रद्धालु अलग होंगे। बोर्ड बालटाल से दोमेल तक 2.75 किलोमीटर लंबे यात्रा यात्रा में यात्रियों को निशुल्क बैटरी कार सेवा मुहैया करवाएगा। 

 

2 साल बाद शुरू हो रही यात्रा
अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त किए जाने के कारण उस साल अमरनाथ यात्रा बीच में ही रद्द कर दी गई थी, जबकि कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्षों- यानी 2020 और 2021 में सांकेतिक यात्रा की ही अनुमति दी गई थी। इसी बीच आज हुई बैठक में यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था को कायम रखने के लिए चर्चा की गई। साथ ही केंद्र सरकार से यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था को यकीनी बनाने के लिए अपील की गई है।

 

बाबा अमरनाथ यात्रा के रिकॉर्ड पर एक नजर

साल यात्रा दिन रिकॉर्ड श्रद्धालु
2016 48 दिन 2.20 लाख श्रद्धालु
2017 40 दिन 2.60 लाख श्रद्धालु
2018 60 दिन 2.85 लाख श्रद्धालु
2019 32 दिन 3.42  लाख श्रद्धालु

वर्ष 2011 में 45 दिन तक चली यात्रा दौरान 6.36 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे, जो रिकॉर्ड अभी तक नहीं टूट पाया है।

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