Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 May, 2018 04:24 PM
बकाया वेतन देने सहित अन्य मांगों के समर्थन में आंगनवाड़ी वर्करों की हड़ताल 63वें दिन भी जारी रही।
कठुआ : बकाया वेतन देने सहित अन्य मांगों के समर्थन में आंगनवाड़ी वर्करों की हड़ताल 63वें दिन भी जारी रही। मंगलवार को भी आंगनवाड़ी वर्करों ने ड्रीम लैंड पार्क में नारेबाजी कर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के रवेये पर रोष व्यक्त करते हुए महिलाओं को प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन करते हुए भविषय में उनकी मांगों को पूरा नहीं करने की सूरत में आंदोलन को उग्र करने की चेतावनी दी।
प्रदर्शनकारियों में शामिल आंगनबाड़ी वर्कर, हेल्पर यूनियन की रेणुका जसरोटिया, ऊषा गुप्ता, सुनीता कुमारी ने आरोप लगाया कि सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य मांगों में एक तो वर्करों का वेतन दस हजार और हेल्पर का वेतन छह हजार तब तक दिया जाए, जब तक सरकार उन्हें नियमित करने को लेकर प्रयास नहीं करती। पिछले लगभग तीन महीने से भी अधिक का समय हो गया है। पूरे जम्मू संभाग में महिलाएं अपने इंसाफ के लिए सडक़ों पर उतरी हैं लेकिन उनकी अनदेखी हो रही है। इस समय बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार ने महिलाओं के साथ अच्छा नहीं किया है। जब बेटियां सडक़ पर बैठकर अपना हक मांगने को मजबूर हो तो ऐसे में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं के नारे का कोई औचित्य नहीं है।
मांगें पूरी होने तक करेंगे संघर्ष
उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में सरकार को आम नागरिक में खासकर महिलाओं के वोट की ताकत का अहसास दिलवाएंगी। उन्होंने कहा कि वह महिलाएं ही थी जिन्होंने जम्मू कश्मीर में भाजपा को बहुमत दिलवाया लेकिन अब वक्त आ गया है कि हम सरकार को जबाब देने के लिए तैयार रहें। लंबित मांगों को लेकर वे संघर्षरत हैं और जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता वे संघर्ष से नहीं हटेंगे।