Edited By vasudha,Updated: 29 Jan, 2021 01:15 PM
नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में आम आदमी पार्टी खुलकर सामने आ गई है। इसी कडी में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आज किसानों से मिलने गाजीपुर बॉडर्र पहुंचे। प्रदर्शनस्थल पर पहुंचने के बाद उन्होंने कहा कि किसान...
नेशनल डेस्क: नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में आम आदमी पार्टी खुलकर सामने आ गई है। इसी कडी में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आज किसानों से मिलने गाजीपुर बॉडर्र पहुंचे। प्रदर्शनस्थल पर पहुंचने के बाद उन्होंने कहा कि किसान नेताओं ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पानी, बिजली और टॉयलेट्स की सुविधा के लिए निवेदन किया था। रात को ही यहां व्यवस्था कर दी गई थी। मैं निरीक्षण करने आया हूं कि कोई दिक्कत तो नहीं आ रही।
जैन और चड्ढा पहुंचे सिंघु बाॅर्डर
सिसोदिया के बाद दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने सिंघु बाॅर्डर जाकर किसानों के लिए की गईं व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। राघव चड्ढा ने बताया कि आज भाजपा की सरकार अन्नदाता तक बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंचने दे रही है। वहीं इससे पहले केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि हम पूरी तरह से किसानों के साथ हैं। किसानों के आंदोलन को बदनाम करना, किसानों को देशद्रोही कहना और इतने दिनों से शांति से आंदोलन कर रहे किसान नेताओं पर झूठे केस करना सरासर गलत है।
सिसोदिया ने बीजेपी पर साधा निशाना
गाजीपुर बॉडर्र जाने से पहले सिसोदिया ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि कार से पेट नहीं भरता। सिसोदिया ने अपने ट्वीट में लिखा कि भाजपाइयो! तुम आंदोलन कर रहे किसान का इंटरनेट बंद कर देते हो, बिजली पानी बंद कर देते देते हो, आने का रास्ता बंद कर देते हो... किसान ने अगर किसानी बंद कर दी ना, एक मौसम के लिए भी, तो तुम्हारी सांसें बंद हो जाएंगी...समझाइए अपने नेताओं को, अहंकार से पेट नहीं भरता।
गाजीपुर में स्थिति तनावपूर्ण
बता दें कि गाजीपुर सीमा पर वीरवार देर रात स्थिति तनावपूर्ण हो गयी थी। गाजियाबाद प्रशासन द्वारा इलाके में और उसके आसपास निषेधाज्ञा लागू किए जाने के बाद दंगों को रोकने के लिए सैकड़ों सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था। किसान नेताओं ने प्रशासन पर जरूरी नागरिक सुविधाओं रोकने तथा बिजली और जलापूर्ति बंद करने का आरोप लगाया है। उल्लेखनीय है कि पिछले दो महीनों से अधिक समय से सिंघु बॉडर्र किसानों के विरोध- प्रदर्शन को केन्द्र बना हुआ है। किसानों ने गुरुवार को एकजुटता दिखाने के लिए सिंघु बॉडर्र से 16 किलोमीटर लम्बी ‘सछ्वावना रैली' निकाली थी।