Edited By Anil dev,Updated: 14 Sep, 2019 04:20 PM
आर्मी ईस्टर्न कमांड ने राष्ट्र की सेवा करने वाले अपने वास्तविक नायक डॉग डच को खो दिया है। डच ने 9 साल तक देश की सेवा की। उसने इस दौरान कई बार बड़े विस्फोटक खोजकर बड़े हादसे होने से बचाया है। भारतीय सेना का डॉग डच का जन्म 3 अप्रैल 2010 को मेरठ के...
नई दिल्ली: आर्मी ईस्टर्न कमांड ने राष्ट्र की सेवा करने वाले अपने वास्तविक नायक डॉग डच को खो दिया है। डच ने 9 साल तक देश की सेवा की। उसने इस दौरान कई बार बड़े विस्फोटक खोजकर बड़े हादसे होने से बचाया है। भारतीय सेना का डॉग डच का जन्म 3 अप्रैल 2010 को मेरठ के आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज में हुआ था।
ये भारतीय सेना का सबसे अहम डॉग था। कमांड ने अपने हीरो को पूरे सम्मान के साथ विदाई दी और कई अहम केस सॉल्व करने में उसकी भूमिका को याद किया। डच डॉग की मौत पर उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के विकास का केंद्र सरकार में जिम्मा संभाल रहे मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी शोक जताया है।
यह डच डॉग पूर्वी कमांड की ओर से पदक से सम्मानित डॉग था, जिसने कई सीआई/सीटी ऑपरेशनों में आईईडी की पहचान करने में खास भूमिका निभाई थी।आखिरकार उसने 11 तारीख को दुनिया को अलविदा कह दिया। जवानों ने डच डॉग के पार्थिव शरीर को फूलों से सजाया और उसे सलामी देकर श्रद्धांजलि दी है।