Edited By ,Updated: 03 Oct, 2015 07:58 PM
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने श्रीलंका की नौसेना द्वारा एक अक्टूबर को गिरफ्तार किये गये राज्य के सात मछुआरों की रिहाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की बार फिर मांग की है।
चेन्नई: तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने श्रीलंका की नौसेना द्वारा एक अक्टूबर को गिरफ्तार किये गये राज्य के सात मछुआरों की रिहाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की बार फिर मांग की है। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में जयललिता ने मछुआरों की समस्याओं को उठाते हुए कहा ‘‘ मैं अनुरोध करती हूं कि एक अक्टूबर को गिरफ्तार किये गये हमारे सात मछुआरों की रिहाई के लिए कूटनीतिक माध्यम से आप जल्द से जल्द कार्रवाई करें।’’
यह सात मछुआरे नागापट्टिनम जिले से समुद्र में मछली पकडऩे के लिए गये थे जिन्हें एक अक्टूबर को श्रीलंका नौसेना ने गिरफ्तार कर लिया और उन्हें श्रीलंका के कंकेसनतुराई ले जाया गया। इससे पहले श्रीलंका नौ सेना ने 28 भारतीय मछुआरों और 31 नौकाओं को हिरासत में लिया था। ये मछुआरे अब भी श्रीलंका में हिरासत में हैं। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री ने इन मछुआरों की रिहाई को लेकर भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था।
प्रधानमंत्री को हाल ही में लिखे पत्र में सुश्री जयललिता ने इन मछुआरों की रिहाई के लिए भी केंद्र सरकार से हस्तक्षेप का आग्रह करते हुए कहा ‘‘क्या इस मामले में मैं आपसे तुरंत हस्तक्षेप का अनुरोध कर सकती हूं? उन्होंने श्री मोदी से अपील करते हुए कहा ‘‘ श्रीलंका की नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी का एक और नया मामला सामने आने के बाद मैं आपको एक बार फिर इस संबंध में पत्र लिखने के लिए मजबूर हो गयी हूं। श्रीलंका की नौसेना के एक बार फिर निहत्थे और निर्दोष मछुआरों को गिरफ्तार करने से तमिलनाडु के मछुआरा समुदाय के बीच काफी निराशा फैल गयी है।’’