Edited By Anil dev,Updated: 24 Aug, 2018 11:09 AM
भाजपा दिल्ली में अपना परचम लहराने के लिए सभी धर्म के लोगों को साधने की तैयारी में है। आप में हो रही राजनीतिक खींचतान को देखते हुए भाजपा ने सर्वधर्म समभाव की रूपरेखा न केवल तय कर दी है,बल्कि वरिष्ठ नेतृत्व का मानना है कि इस युक्ति के जरिए वह विभिन्न...
नई दिल्ली(निशांत राघव): भाजपा दिल्ली में अपना परचम लहराने के लिए सभी धर्म के लोगों को साधने की तैयारी में है। आप में हो रही राजनीतिक खींचतान को देखते हुए भाजपा ने सर्वधर्म समभाव की रूपरेखा न केवल तय कर दी है,बल्कि वरिष्ठ नेतृत्व का मानना है कि इस युक्ति के जरिए वह विभिन्न तबके के युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित करने में सफल होगी और इसका लाभ चुनावों में उसे भरपूर मिलेगा। वैसे सोशल मीडिया को भी सुदृढ़ बनाने का कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से लेकर जिलेवार कार्यकर्ताओं को भी इसके लिए जल्द ही प्रशिक्षित किया जाएगा।
भाजपा को करना होगा जनता में मजबूती से प्रचार
पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि जिस प्रकार से आम आदमी पार्टी में लगातार उसके भरोसेमंद लोग छोड़कर अलग हो रहे हैं, ऐसे में भाजपा को जनता के बीच जनहित से जुड़ी योजनाओं को और मजबूती से प्रचारित करना होगा। साथ ही अब तक भाजपा को लेकर लोगों में विपक्षी दलों द्वारा बनाई गई छवि को भी दूर करने पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए सर्वधर्म समभाव का रास्ता अपनाते हुए 20-20 सदस्यों की टीम का गठन किया जा रहा है। यह टीम न केवल बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की टीम तैयार करेगी, बल्कि पन्ना प्रमुख बनाने के काम को भी अंजाम देगी। इस टीम में विभिन्न धर्म के समान विचार रखने वाले लोगों को शामिल किया जा रहा है। इसके अलावा जिले स्तर पर एससी, एसटी सम्मेलन का आयोजन भी किया जाएगा।
चुनावी जीत के मिशन को लेकर योजनाबद्ध तरीके से जुट गई भाजपा
पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने भी माना कि पार्टी अब और अधिक मुस्तैदी से चुनावी जीत के मिशन को लेकर योजनाबद्ध तरीके से जुट गई है। जल्द ही सामाजिक न्याय पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा पूर्वांचल सम्मेलन, दलित सम्मेलन, युवा सम्मेलन का आयोजन भी अगले माह से आरंभ होगा। पार्टी को उम्मीद है कि प्रत्येक सम्मेलन में करीब एक लाख लोग शामिल रहेंगे। इसके अलावा विशेष टीम भी बनाई जा रही है। यह न केवल बूथ प्रबंधन के काम को मजबूती देगी, बल्कि चुनाव के समय वोटर वोट देने के लिए बूथ तक पहुंचे, यह तय करना भी इसी टीम की जिम्मेदारी होगी।