Edited By Anil dev,Updated: 15 Dec, 2018 09:27 AM
भाजपा विरोधी महागठबंधन (जी-21) के नेतृत्व के सवाल पर राहुल गांधी के लचीले रुख से उन दलों के नेता खुश हैं, जो इस गठबंधन में शामिल होना चाहते हैं। राहुल गांधी ने अपना यह संदेश तमाम भाजपा विरोधी नेताओं तक पहुंचा दिया है कि उनका रुख लचीला है और कांग्रेस...
नई दिल्ली: भाजपा विरोधी महागठबंधन (जी-21) के नेतृत्व के सवाल पर राहुल गांधी के लचीले रुख से उन दलों के नेता खुश हैं, जो इस गठबंधन में शामिल होना चाहते हैं। राहुल गांधी ने अपना यह संदेश तमाम भाजपा विरोधी नेताओं तक पहुंचा दिया है कि उनका रुख लचीला है और कांग्रेस ही महागठबंधन का नेतृत्व करे, यह जरूरी नहीं है। राहुल गांधी ने कहा है कि वह सभी के विचारों का सम्मान करते हैं और सभी को साथ लेकर चलना चाहते हैं।
उनका एकमात्र उद्देश्य अगले लोकसभा चुनावों में भाजपा को हराना है और मोदी को सत्ता से बेदखल करना है। राहुल गांधी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि कांग्रेस खुद को बदलने के लिए तैयार है और हम अपने आपको बदलेंगे। यह एक तरह से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बसपा प्रमुख मायावती को साफ संदेश है कि वे विपक्ष की एकता के लिए महत्वपूर्ण हैं और इसका नेतृत्व कर सकती हैं।
विपक्षी नेताओं की बैठक विधानसभा चुनावों का परिणाम आने के एक दिन पहले 10 दिसम्बर को हुई थी। इस बैठक में गठबंधन और उसके नेतृत्व के सवाल पर राहुल ने सकारात्मक जवाब दिया था। इस सवाल पर कि कांग्रेस के नेतृत्व के सवाल पर उनका रुख इतना लचीला क्यों है तो राहुल ने बहुत ही विनम्रतापूवर्क जवाब दिया। उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी ने यह स्पष्ट कहा था कि गठबंधन में शामिल सभी दल समान होंगे।