Edited By Seema Sharma,Updated: 18 Oct, 2020 02:18 PM
भारतीय नौसेना के स्वदेशी स्टील्थ डिस्ट्रॉयर आईएनएस (Stealth Destroyer INS Chennai) से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BRAHMOS supersonic cruise missile) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। परीक्षण के दौरान मिसाइल ने अरब सागर में एक टॉरगेट पर निशाना...
नेशनल डेस्कः भारतीय नौसेना के स्वदेशी स्टील्थ डिस्ट्रॉयर आईएनएस (Stealth Destroyer INS Chennai) से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BRAHMOS supersonic cruise missile) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। परीक्षण के दौरान मिसाइल ने अरब सागर में एक टॉरगेट पर निशाना लगाया। मिसाइल ने उच्च-स्तरीय और अत्यंत जटिल युद्धाभ्यास करने के बाद लक्ष्य को सटीकता के साथ भेदा। ब्रह्मोस प्राइम स्ट्राइक हथियार के रूप में नेवल सर्फेस लक्ष्यों को लंबी दूरी तक निशाना बनाकर युद्धपोतों की अजेयता सुनिश्चित करेगा। बता दें कि ओडिशा के बालासोर में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का बुधवार को सफल प्रायोगिक परीक्षण किया गया। इस मिसाइल की मारक क्षमता 400 किलोमीटर से ज्यादा है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के सूत्रों के मुताबिक यहां पास में चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र (आईटीआर) से अत्याधुनिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया गया जो सफल रहा। DRDO के एक अधिकारी ने बताया कि परीक्षण के दौरान सभी मानक प्राप्त कर लिए गए। प्रयोगिक परीक्षण सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर किया गया। अधिकारी के मुताबिक मिसाइल को समुद्र, जमीन और लड़ाकू विमानों से भी दागा जा सकता है। मिसाइल के पहले विस्तारित संस्करण का सफल परीक्षण 11 मार्च 2017 को किया गया था, जिसकी मारक क्षमता 450 किलोमीटर थी।
30 सितंबर 2019 को चांदीपुर स्थित आईटीआर से कम दूरी की मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल के जमीनी संस्करण का सफल परीक्षण किया गया था। ब्रह्मोस सुपर सोनिक क्रूज मिसाइल को रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया और भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने संयुक्त रूप से विकसित किया है। यह रूस की पी-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है।