घोड़े की नाल को भारत सहित पश्चिमी देशों में भी शुभता का प्रतीक मान कर लोग इसका उपयोग करते हैं। कई लोग अपनी सुरक्षा और भाग्य को प्रबल बनाने के लिए इसको अपने घर के मुख्य द्वार के ऊपर लगाते हैं। इसे इस तरह लगाएं कि दोनों सिरे नीचे की ओर रहें। घोड़े की नाल धातु तत्व है। इसे पूर्व और दक्षिण पूर्व दिशा की ओर वाले दरवाजों पर नहीं लगाएं जिस व्यक्ति का शनि भाग्येश या लग्नेश हो या साढ़ेसाती चल रही हो वे घोड़े की नाल की अंगूठी पहनें।
शनिवार को न खरीदें ये सामान, होगा अशुभ
घर को सुंदर बनाने के लिए फर्नीचर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। क्या आप जानते हैं महंगा और डिजाइनर फर्नीचर भी बेड लक ला सकता है। वास्तु विद्वान कहते हैं मंगलवार, शनिवार, अमावस्या और पंचक नक्षत्रों में फर्नीचर या फिर किसी भी तरह का लकड़ी का सामान नहीं खरीदना चाहिए। शीशम, नीम, अशोक, सागवान, साल और अर्जुन का लकड़ी का फर्नीचर या सामान घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है।
इसके अतिरिक्त लोहा, तेल, ईंधन, झाड़ू, अनाज पीसने की चक्की, चमड़े का सामान, कोयला, काला कपड़ा, काला कंबल, नमक, कैंची, काले तिल, काले रंग के जूते, विद्या से संबंधित सामान जैसे कागज, पेन और इंक पॉट आदि भी न खरीदें।
तोहफे देने के लिए न खरीदें ये सामान
नारंगी रंग की मिठाइयां, सफेद रंग के कपड़े, तांबे के बर्तन, लाल स्याही वाला पेन, चमेली का इत्र,
लाल रंग के कपड़े, चांदी के आभूषण, कैंची, मोती, चॉकलेट