Edited By Anil dev,Updated: 15 Nov, 2018 03:21 PM
छत्तीसगढ़ में 20 नवंबर होने जा रहे दूसरे चरण के चुनाव में राज्य की हाई प्रोफाइल सीटों में शुमार बिलासपुर में पारंपरिक प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच ही सीधी टक्कर देखने को मिल रही है।
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में 20 नवंबर होने जा रहे दूसरे चरण के चुनाव में राज्य की हाई प्रोफाइल सीटों में शुमार बिलासपुर में पारंपरिक प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच ही सीधी टक्कर देखने को मिल रही है। बिलासपुर सीट से भाजपा के मौजूदा विधायक तथा प्रदेश के कद्दावर मंत्री अमर अग्रवाल यदि इस बार भी विजयी पताका फहराते हैं तो वह लगातार पांचवी बार जीत का रिकार्ड बनायेंगे। अब देखना यह है कि कांग्रेस प्रत्याशी शैलेष पांडेय इस चुनावी रण में अग्रवाल का किला फतह कर उनके विजयी रथ को रोक पायेंगे या नहीं। आगामी 11 दिसंबर को मतों की गिनती के दिन ही इस प्रश्न का जवाब मिल पाएगा।
सीएम जोगी आ रहे हैं कम नजर
कांग्रेस से अलग-थलग कर दिए जाने के बाद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) गठित करने वाले तथा पूर्व मुख्यमंत्री रहे अजीत जोगी का प्रभाव भी कम नजर नहीं आ रहा है। बिलासपुर चूंकि जोगी का गृह जिला है और क्षेत्र में उनकी अच्छी खासी पकड़ भी है, इसके साथ ही विधानसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी का बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से गठबंधन है, इससे उन्हें काफी बल मिला है। छत्तीसगढ़ में पहली बार विघानसभा चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) ने भी राज्य की सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये हैं। छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों को अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। इसको देखते हुए भाजपा, कांग्रेस और अन्य दल प्रांतीय मुद्दों के साथ ही राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर जनता के सामने जा रहे हैं। वे एक-दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोपों के बाण निरन्तर छोड़े जा रहे हैं।