Edited By Tanuja,Updated: 04 Feb, 2020 10:02 AM
चीन में फैले कोरोना वायरस के प्रकोप का दंश पूरा विश्व झेल रहा है और इसको अभी तक रोका नहीं जा सका है। चीन के वुहान शहर से पैदा हुआ यह वायरस अब तक दुनिया के 25 देशों में ...
बीजिंगः चीन में फैले कोरोना वायरस के प्रकोप का दंश पूरा विश्व झेल रहा है और इसको अभी तक रोका नहीं जा सका है। चीन के वुहान शहर से पैदा हुआ यह वायरस अब तक दुनिया के 25 देशों में फैल चुका है। अमेरिका, भारत और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की पहचान की गई है। लेकिन हैरानी की बात यह कि पड़ा चीन में इस वायरस के बारे में सबसे पहले खुलासा करने व चेतावनी देने वाले डॉक्टर को सजा भुगतनी पड़ी। इस डाक्टर ने इस वायरस के महामारी बनने से पहले ही इसकी भविष्यवाणी कर दी थी।
चीन ने की महामारी छुपाने की कोशिश
जी हां, चीन के डॉक्टर ली वेनलियानग ने 305 लोगों की मौत होने से पहले ही इस वायरस की चेतावनी दे दी थी। बता दें कि चीन में लोकतंत्र नहीं है और वहां बड़ी ही आसानी से किसी खबर को फैलने से दबा दिया जाता है। ऐसा ही कुछ कोरोना वायरस को लेकर हुआ जब दुनिया से पहले चीन सरकार को इसका पता लगा। कोरोना वायरस की भविष्यवाणी करने वाले डॉक्टर ली वेनलियानग को भी इसलिए आधी रात को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया।
डाक्टर अब खुद कोरोना वायरस से संक्रमित
दरअसल, डॉक्टर ली ने एक मैसेज जारी कर अपने सहकर्मियों को इस वायरस को लेकर चेतावनी दी थी डॉक्टर ली वेनलियानग चीन के वुहान शहर में ही एक अस्पताल में काम करता थे। एक दिन उन्होंने मेडिकल छात्रों के एक सोशल मीडिया ग्रुप चैट में एक संदेश भेजा। इस मैसेज में उन्होंने कोरोना वायरस जैसे महामारी का जिक्र किया था वह भी उस समय जब इससे सिर्फ सात लोग ही संक्रमित हुए थे। उसी ग्रुप के एक सदस्य के पूछने पर कि यह कितना खतरनाक है? इससे पहले ही डॉक्टर ली ने बता दिया था कि कोरोनो वायरस सार्स महामारी जितना खतरनाक हो सकता है जिसने चीन में 800 लोगों की जान ली थी। सबसे पहले वायरस के बारे में बताने वाला ये डाक्टर अब खुद कोरोना वायरस से संक्रमित है।
बता दें कि चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या साल 2003 में सार्स महामारी में मरने वालो की संख्या से आगे निकल गई है। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से पूरी दुनिया में फैला है। अकेली चीन में ही करीब 14 हजार से जादा लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। भारत के केरल में भी तीन मामलों की पुष्टी की गई है वहीं, अमेरिका में भी कोरोना से संक्रमित 11 मामले सामने आए हैं। संक्रमित लोगों को इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है।