Edited By Yaspal,Updated: 23 Jan, 2023 06:33 PM
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ‘सर्जिकल स्ट्राइक' पर सोमवार को सवाल उठाया और सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया
नेशनल डेस्कः कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ‘सर्जिकल स्ट्राइक' पर सोमवार को सवाल उठाया और सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति अपनी ‘नफरत' में अंधी हो गई है और उसने सशस्त्र बलों का ‘अपमान' किया है।
जम्मू कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कर्मियों को श्रीनगर से दिल्ली हवाई मार्ग से लाने के उसके (सीआरपीएफ के) अनुरोध पर सहमत नहीं हुई थी और पुलवामा में 2019 के एक आतंकी हमले में 40 सैनिकों को अपना बलिदान देना पड़ा था। अपनी टिप्पणियों से अक्सर विवाद पैदा करने वाले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वे सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं। वे कई लोगों को मारने की बात करते हैं लेकिन कोई सबूत नहीं दिया। वे झूठ के पुलिंदों के सहारे शासन कर रहे हैं।''
वहीं,भाजपा ने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि इस तरह की टिप्पणियों से यह प्रदर्शित होता है कि देश में की जा रही राहुल गांधी नीत पदयात्रा सिर्फ नाम की ‘भारत जोड़ो यात्रा' है, जबकि वह और उनकी पार्टी के सहकर्मी देश तोड़ने के लिए कार्य कर रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया,‘‘यह असल में भारत तोड़ो यात्रा है।''
भाटिया ने कहा, ‘‘यदि वे सशस्त्र बलों के खिलाफ बोलेंगे, तो भारत बर्दाश्त नहीं करेगा। राहुल गांधी और कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी से नफरत करती है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि वे नफरत में इस कदर अंधे हो गये हैं कि देश के प्रति उनका समर्पण घट गया है। उन्होंने कहा कि वायुसेना ने जब कहा था कि उसने पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी शिविरों पर हमला किया है, इसके शीघ्र बाद कांग्रेस नेताओं ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाये थे।
भाटिया ने दावा किया, ‘‘राहुल और कांग्रेस को हमारे बहादुर सशस्त्र बलों में विश्वास नहीं है। उन्होंने बार-बार सवाल उठाये हैं और भारत के नागरिकों तथा हमारे सशस्त्र बलों का अपमान किया है।'' उन्होंने कहा कि जब भारतीय सशस्त्र बलों ने आतंकवादियों पर हमला किया था तब पाकिस्तान काफी पीड़ा में था, जबकि भारत में कांग्रेस दुखी थी। भाटिया ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में लोगों के आशीर्वाद से बड़ा कुछ नहीं है। 2019 के चुनावों में, यह स्पष्ट हो गया कि लोग भाजपा और सशस्त्र बलों के साथ हैं जबकि जिन्होंने सवाल उठाये, वे अस्तित्व के संकट से जूझ रहे हैं।''