Edited By Anu Malhotra,Updated: 14 Jan, 2022 12:53 PM
कोरोना वायरस को हराने के लिए जहां देशभर में कोविड वैक्सीन अभियान जोरों-शोरो से चलाया जा रहा है वहीं झारखंड के बोकारो जिले में एक अजीबोगरीब मामला देखने को मिला।
बोकारो: कोरोना वायरस को हराने के लिए जहां देशभर में कोविड वैक्सीन अभियान जोरों-शोरो से चलाया जा रहा है वहीं झारखंड के बोकारो जिले में एक अजीबोगरीब मामला देखने को मिला। गुरूवार को यहां के डॉक्टरों ने दावा किया है कि 5 साल पहले हुई सड़क दुर्घटना के बाद से बिस्तर पर पड़ा 55 वर्षीय का व्यक्ति कोविड रोधी कोविशील्ड टीके की पहली खुराक लेते ही एकदम ठीक हो गया, इतना ही नहीं वह चलने-फिरने में भी समर्थ हो गया।
दरअसल, बोकारो जिले के पीतरवार प्रखंड में उत्तासरा पंचायत के सल्गाडीह गांव निवासी दुलारचंद मुंडा के साथ यह घटना घटी है। वहीं इस मामले में डॉक्टरों ने कहा कि दुलारचंद मुंडा पांच साल पहले हुई एक सड़क दुर्घटना के बाद से बोलने/चलने में असमर्थ थे। स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सक अलबेला केरकेट्टा ने कहा कि एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने 4 जनवरी को मुंडा के आवास पर उन्हें कोविशील्ड का टीका लगाया। अगले दिन, परिवार वाले मुंडा को चलते-फिरते और बोलते देख हैरान रह गए।
इस घटना पर बोकारो के सिविल सर्जन डॉक्टर जितेन्द्र कुमार ने बताया कि इस ‘चमत्कारिक घटना’ की जांच के लिए तीन सदस्यीय मेडिकल टीम का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि दुलारचंद मुंडा की रीढ़ की हड्डियों से जुड़ी समस्या के कारण वह पिछले एक साल से पूरी तरह से बिस्तर पर थे। उन्होंने दावा किया कि कोविशील्ड टीके की पहली खुराक के बाद मुंडा ना सिर्फ चलने लगे हैं बल्कि बोलने भी लगे हैं।