Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Nov, 2017 08:07 AM
विदेश में बैठे भगौड़ों के प्रत्यर्पण के लिए मोदी सरकार की ओर से छेड़ी गई बड़ी मुहिम का असर दिख रहा है। यहां तक कि इस मुहिम से अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम को भी अपनी जमीन हिलती महसूस होने लगी है। मुमकिन है कि इसी वजह से उसने 1997 में कैसेट किंग...
नई दिल्ली: विदेश में बैठे भगौड़ों के प्रत्यर्पण के लिए मोदी सरकार की ओर से छेड़ी गई बड़ी मुहिम का असर दिख रहा है। यहां तक कि इस मुहिम से अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम को भी अपनी जमीन हिलती महसूस होने लगी है। मुमकिन है कि इसी वजह से उसने 1997 में कैसेट किंग गुलशन कुमार की हत्या में वांछित संगीतकार नदीम सैफी को भारतीय कानून के घेरे में न आने देने के लिए हाथ-पैर मारने शुरू कर दिए हैं। एक टी.वी. चैनल द्वारा जारी की गई एक टेप में दाऊद को खुद फोन पर भारत सरकार की मुहिम और नदीम बारे फिक्र जताते सुना जा सकता है।
नब्बे के दशक में बॉलीवुड की एक हिट संगीतकार जोड़ी का सदस्य रह चुका नदीम सैफी लंबे समय से ब्रिटेन में निर्वासन में रह रहा है। 12 अगस्त, 1997 को मुम्बई में गुलशन कुमार की हत्या में नदीम को सह-संदिग्ध के तौर पर नामजद किया गया था। चैनल के पास मौजूद कॉल इंटरसैप्ट्स से बॉलीवुड के सबसे सनसनीखेज माने जाने वाले गुलशन कुमार हत्याकांड की तह को नए तथ्यों की रोशनी में देखने में मदद मिलती है। 2015 से ही रिकॉर्ड की जाने वाली बातचीत के इन टेप्स में दाऊद को चिंता जताते सुना जा सकता है।
बातचीत के मुताबिक दाऊद फोन पर अपने एक गुर्गे से जिस शख्स बारे चिंता जता रहा है वह और कोई नहीं नदीम सैफी ही है। बातचीत का टेप खुलासा करता है कि कैसे दाऊद का एक गुर्गा उसे वांछित संगीतकार को लेकर संभावित कानूनी खतरे बारे आगाह कर रहा है। वह बता रहा है कि संगीतकार के ब्रिटेन से भारत प्रत्यर्पण संबंधी मोदी सरकार के ताजा शुरू किए गए प्रयासों के क्या परिणाम हो सकते हैं।