Edited By Anil dev,Updated: 05 Sep, 2018 11:27 AM
दिल्ली में आज देश भर के करीब दस हजार किसान, मजदूर, सर्विस सेक्टर के कर्मचारी और भूमिहीन कृषि मजदूर आज सड़कों पर मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रहे है। ये पहली बार है जब किसान और मजदूर किसी एक रैली में एकजुट होकर हिस्सा ले रहे हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली में आज देश भर के करीब दस हजार किसान, मजदूर, सर्विस सेक्टर के कर्मचारी और भूमिहीन कृषि मजदूर आज सड़कों पर मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रहे है। ये पहली बार है जब किसान और मजदूर किसी एक रैली में एकजुट होकर हिस्सा ले रहे हैं। इसके चलते दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी भी जारी की है।
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— Delhi Traffic Police (@dtptraffic) September 5, 2018
रैली में कुछ लोग भैरों मंदिर, पुराना किला, तिलक ब्रिज और सफदरजंग रेलवे स्टेशन से शामिल होंगे। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार रैली व प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली गेट, पहाडग़ंज चौक, मिंटो रोड, बाराखंभा रोड, केजी मार्ग, जनपथ और कॉपरनिकस मार्ग से ट्रैफिक परिवर्तित किया जाएगा। पहाडग़ंज वाली साइड से आने वाले लोग पंचकुइयां रोड, नई दिल्ली से वाया कनॉट प्लेस होकर दिल्ली गेट, मंडी हाउस और आईटीओ जा सकते हैं। मिंटो रोड से आने वाले लोग डीडीयू मार्ग, आईटोओ होकर यमुना पार व दिल्ली गेट जा सकते हैं।
क्या है मांगे
सरकार से किसानों की मांग है कि खेती में लगे मजदूरों के लिए एक बेहतर कानून बने। हर ग्रामीण इलाके में मनरेगा ठीक तरीके से लागू हो, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा और घर की सुविधा मिले। मजदूरों को ठेकेदारी प्रथा से राहत मिले। जमीन अधिग्रहण के नाम पर किसानों से जबरन उनकी जमीन न छीनी जाए और प्राकृतिक आपदा से पीड़ित गरीबों को उचित राहत मिले।
ये लोग पहले दिल्ली के रामलीला मैदान में इकट्ठा होंगे और वहां से संसद मार्ग तक पैदल मार्च करेंगे। इस रैली में शामिल होने वाले ज़्यादातर किसान मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के हैं। तीनों संगठनों के स्थानीय और राष्ट्रीय नेताओं ने इस मेगा रैली से पहले मौजूदा सरकार के 'राष्ट्र विरोधी' छवि की आलोचना की है।