Edited By shukdev,Updated: 09 Jan, 2019 08:21 PM
सरकार बिजली के स्मार्ट मीटर के जरिए डायनेमिक मूल्य व्यवस्था लागू करने जा रही है जिसमें पीक ऑवर में उपभोक्ताओं को बिजली की ज्यादा कीमत देनी होगी। ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा,‘पीक आवर में बिजली की मांग बढ़ जाती है।...
नई दिल्ली : सरकार बिजली के स्मार्ट मीटर के जरिए डायनेमिक मूल्य व्यवस्था लागू करने जा रही है जिसमें पीक ऑवर में उपभोक्ताओं को बिजली की ज्यादा कीमत देनी होगी। ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा,‘पीक आवर में बिजली की मांग बढ़ जाती है। इसलिए, बिजली वितरण कंपनियों को ज्यादा कीमत पर बिजली खरीदनी पड़ती है। स्मार्ट मीटर के जरिए पीक आवर के दौरान उपभोक्ताओं की बिजली खपत रिकॉर्ड की जा सकेगी और उसके अनुसार उन्हें चार्ज किया जा सकेगा।’
सिंह ने एक कार्यक्रम में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद को शत-प्रतिशत स्मार्ट मीटर वाली बिजली वितरण कंपनी का प्रमाणपत्र दिया और स्मार्ट मीटर को ग्राहकों के स्मार्टफोन से जोडऩे के लिए एक ऐप एनडीएसी-311 लांच किया। इस ऐप की मदद से ग्राहक अपनी मासिक, दैनिक तथा प्रति घंटे की बिजली की खपत जान सकेंगे और उसका प्रबंधन कर सकेंगे। प्रीपेड स्मार्ट मीटर होने की स्थिति में वे यह भी देख सकेंगे कि उनके खाते में कितने पैसे शेष हैं।
सिंह ने कहा कि अब ग्राहक अपने स्मार्ट फोन पर ही बिजली की खपत देख सकेंगे। पीक ऑवर के लिए बिजली की ज्यादा कीमत होने से उस दौरान खपत कम करने में मदद मिलेगी। इससे दिन के किसी एक समय में अचानक मांग बढऩे की संभावना भी कम रह जाएगी। ग्राहक पीक ऑवर में बिजली बचाने और अन्य समय में ज्यादातर खर्च करने के लिए प्रोत्साहित होगा। उन्होंने कहा ‘सरकार ने तीन साल में देश के सभी मीटरों को स्मार्ट मीटर में बदलने की योजना बनाई है। हम ऊर्जा उपभोग की पूरी परिकल्पना बदल रहे हैं। अब वे दिन बीत गए जब मीटर रीडर घर-घर जाकर रीडिंग लेता था। हमें ऑटोमेशन की ओर बढऩा है।’