Edited By Mahima,Updated: 26 Apr, 2024 12:14 PM
दिल्ली पुलिस ने झुग्गियों से बरामद किए करोड़ों के नकली एयरबैग मामले में नामी ब्रांड की गाड़ियां बनाने वाली 16 ऑटोमोबाइल कंपनियों को ईमेल भेजा है। बता दें कि पुलिस ने बीते दिनों माता सुंदरी रोड पर झुग्गियों में छापा मारा था, जहां पर यूट्यूब देखकर कुछ...
नेशनल डेस्क: दिल्ली पुलिस ने झुग्गियों से बरामद किए करोड़ों के नकली एयरबैग मामले में नामी ब्रांड की गाड़ियां बनाने वाली 16 ऑटोमोबाइल कंपनियों को ईमेल भेजा है। बता दें कि पुलिस ने बीते दिनों माता सुंदरी रोड पर झुग्गियों में छापा मारा था, जहां पर यूट्यूब देखकर कुछ लोग एयरबैग तैयार करने में जुटे हुए थे। पुलिस ने इनसे करीब 2 करोड़ के नकली एयरबैग बरामद किए थे। अब दिल्ली पुलिस ने बरामद एयरबैग्स की क्वालिटी की जांच कराने का फैसला लिया है।
डी.सी.पी. (सेंट्रल) एम. हर्षवर्धन ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया है कि एयरबैग मामले की तफ्तीश कई एंगल से चल रही है। आम जनता के जीवन के साथ खिलवाड़ करने के मद्देनजर मजबूत केस बनाने पर काम चल रहा है। ऑटोमोबाइल कंपनियों से मेल का जवाब आने पर कॉपीराइट एक्ट भी लगाया जा सकता है, क्योंकि ये इन कंपनियों से ऑथराइज्ड नहीं थे।
क्या है पूरा मामला
नामी कंपनियों के गाड़ियों के नकली एयरबैग माता सुंदरी रोड स्थित गुरुद्वारा के करीब झुग्गी नंबर-24 और झुग्गी नंबर-248 में बन रहे थे । सेंट्रल जिला पुलिस ने 16 अप्रैल को छापेमारी कर नामी ऑटोमोबाइल कंपनियों के 16 ब्रांडेड गाड़ियों के 921 नकली एयरबैग और रॉ मटेरियल रिकवर किया था। इनकी कीमत एक करोड़ 84 लाख 20 हजार रुपये आंकी गई है। एयरबैग के 287 मोटर और 109 रॉ मटेरियल की चीजें बरामद कीं। आरोपी तुर्कमान गेट निवासी फैजान (26), फुरकान (35) और माता सुंदरी रोड के मोहम्मद फराज (35) ने पुलिस को बताया कि मायापुरी के अलावा कबाड़ हो चुकी गाड़ियों के जरिए रॉ-मटेरियल इकट्ठा करते थे। आरोपी पहले खुद भी पुरानी गाड़ियों के स्क्रैप का काम करते थे। यहीं से इन्हें नकली एयरबैग बनाने का आइडिया आया। यूट्यूब से तरीका सीखा, जिसके बाद बनाने लगे।