Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Oct, 2017 04:56 PM
भारत के सहयोग से निर्मित ईरान के चाबहार बंदरगाह का औपचारिक संचालन आरंभ हो गया। भारत ने इस बंदरगाह के रास्ते अफगानिस्तान को गेहूं की पहली खेप रविवार को रवाना की।
नई दिल्ली : भारत के सहयोग से निर्मित ईरान के चाबहार बंदरगाह का औपचारिक संचालन आरंभ हो गया। भारत ने इस बंदरगाह के रास्ते अफगानिस्तान को गेहूं की पहली खेप रविवार को रवाना की।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एवं अफगानिस्तान के विदेश मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से संयुक्त रूप से गुजरात के कांडला बंदरगाह से गेहूं से लदे एक जहाज को झंडी दिखाकर चाबहार के लिए रवाना किया। इसके साथ ही भारत से अफगानिस्तान के लिए वैकल्पिक एवं विश्वसनीय मार्ग खुल गया।
इस प्रकार से भारत ईरान एवं अफगानिस्तान के बीच अंतर्राष्ट्रीय परिवहन एवं पारगमन समझौता अमल में आ गया जिस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने तेहरान में मई 2016 में हस्ताक्षर किए थे। भारत ने अफगानिस्तान को 11 लाख टन गेहूं अनुदान के रूप में देने की घोषणा की थी। यह उसी की पहली खेप है। अगले कुछ माह में ऐसी छह खेप भेजी जाएंगी।
दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने इस शुरुआत पर प्रसन्नता व्यक्त की और अफगानिस्तान के लोगों की समृद्धि एवं फायदे के लिए सहयोग जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि इससे तीनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। स्वराज ने अफगानिस्तान में शांति, सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि के लिए विभिन्न क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिल कर काम करने के संकल्प को भी दोहराया।