Edited By Chandan,Updated: 06 May, 2020 08:40 PM
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से लगातार आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ की खबरें सामने आ रही है। इसी बीच सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है।
नई दिल्ली/डेस्क। जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से लगातार आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ की खबरें सामने आ रही है। इसी बीच सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है।
सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के चीफ कमांडर रियाज नाइकू उर्फ जुबैर उल इस्लाम को कश्मीर के पुलवामा जिले में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में बेगपुरा इलाके में हिजबुल मुजाहिदीन के चीफ कमांडर रियाज को मार गिराया गया।
रियाज पर था इनाम
रियाज पर 12 लाख रुपये का इनाम रखा गया था और वो ए++ कैटेगरी का आतंकी था। रियाज 2012 में आतंकी बना था और ये कई बड़े आतंकी हमलों में शामिल रहा है। बताया जाता है कि यह पहले लश्कर ए तैयबा में था लेकिन बाद में इसने हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था।
बुरहान वानी के बाद हिजबुल का दूसरा सबसे बड़ा आतंकवादी रियाज़ नाइकू को माना जाता रहा है। इससे पहले सुरक्षा बलों ने जुलाई 2016 में एक ऑपरेशन के दौरान बुरहान वानी को मार गिराया था।
गणित का टीचर था
बताया जाता है कि रियाज गणित का टीचर हुआ करता था लेकिन फिर आतंकी बन गया। 32 साल के रियाज नाइकू का जन्म दक्षिण कश्मीर में हुआ था। 2012 में वो आतंकी बना लेकिन उससे पहले तक बच्चों को गणित पढ़ाता था। रियाज की 11 बड़े आतंकी मामलों में लंबे समय से सेना को तलाश थी।
ऐसे संभाली आतंक की कमान
रियाज नाइकू को यासीन इट्टू के बाद 'हेड ऑफ ऑपरेशंस' इन कश्मीर बनाया गया था, यासीन सितंबर 2017 में एक मुठभेड़ में मारा गया था और इसके बाद कमान रियाज ने संभाल ली थी।
इसी साल सामने आई इंटेलीजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार, रियाज सबसे अनुभवी हिजबुल कमांडरों में से एक था। वो टेक्नो सेवी था और हिजबुल के ऑपरेशंस में शामिल होकर खास रोल निभाता था।
सोशल मीडिया का इस्तेमाल
रिपोर्ट के अनुसार, रियाज ने लड़कों/युवकों को बरगलाने के लिए उन्हें आतंकवाद की शिक्षा देने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। इसके अलावा वो कई बड़े मामलों में भी शामिल रहा जिसमें अधिकारियों की हत्या, अपहरण आदि शामिल था।
ऑडियो भी आया था सामने
बीते 2018 में सेना को एक ऑडियो क्लिप मिला था जिसमें दो आतंकियों की आपस में बातचीत रिकॉर्ड की गई थी, इसमें से एक रियाज था जो पंचायत चुनावों में खड़े होने वाले उम्मीदवारों की आंखों में एसिड डालने की बात कहता है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई कि दूसरा आतंकी कौन था।