Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Jul, 2017 01:45 PM
केरल के एक शादीशुदा कपल को बेंगलुरु में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। दरअसल उन्हें बेंगलुरु के होटल ने कमरा देने से इनकार कर दिया।
बेंगलुरु/कोझिकोडः केरल के एक शादीशुदा कपल को बेंगलुरु में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। दरअसल उन्हें बेंगलुरु के होटल ने कमरा देने से इनकार कर दिया। कमरा न देने की वजह भी बड़ी हैरान कर देने वाली थी। दरअसल दोनों पति-पत्नी अलग-अलग धर्म के थे। कोझिकोड के 36 वर्षीय पब्लिशर शफीक सुबैदा हकीम ने बताया कि उन्हें और उनकी पत्नी को होटल ने रूम दिखाया, लेकिन रिसेप्शन पर वोटर आईडी दिखाए जाने के बाद रूम नहीं दिया गया।
इस मामले में होटल का दावा है कि कपल को रूम देने से इसलिए इनकार किया गया क्योंकि कपल अपना पहचान प्रमाण दिखाने को राजी नहीं था। हकीम का कहना है कि वह इस मामले में होटल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा, 'हम कानून की मदद लेंगे क्योंकि होटल का यह अपराध हमें संविधान के तहत दिए गए जीवन के अधिकार का उल्लंघन है। हकीम ने बताया कि उनकी पत्नी (32) दिव्या एर्नाकुलम लॉ कॉलेज में रिसर्च स्कॉलर हैं और वह लॉ कॉलेज में असिस्टेंट प्रफेसर के पद के लिए इंटरव्यू देने के लिए बेंगलुरु आई थीं। इंटरव्यू के लिए निकलने से पहले हम फ्रेश होना चाहते थे इसलिए दो घंटे के लिए होटल में रूम लेने गए।
होटल के स्टॉफ ने हमें रूम दिखा भी दिया और जब वापिस रिसेप्शन पर पहुंचे तो रिसेप्शनिस्ट ने उनका आईडी कार्ड दिखाने को कहा। आईडी कार्ड देखकर रिसेप्शनिस्ट ने कहा कि हम एक मुस्लिम शख्स और हिंदू महिला को सिंगल रूम नहीं दे सकते।' वहीं इन गंभीर आरोपों को लेकर होटल ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने कपल को इसलिए रूम देने से मना कर दिया क्योंकि दोनों के पहचान प्रमाण पत्र में गड़बड़ी थी। इसलिए उन्हें कमरा नहीं दिया गया। होटल ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हमने उन्हें धार्मिक वजहों से रूम देने से इंकार नहीं किया है। वहीं होटल के मालिक ने कहा कि उन्होंने हमें नहीं बताया था कि वो दोनों पति-पत्नी हैं।