Edited By Rohini Oberoi,Updated: 10 Jul, 2025 12:26 PM
महाराष्ट्र के बुलढाणा से शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा खराब खाना परोसे जाने के कारण कैंटीन स्टाफ की पिटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना पर जहां विपक्षी दल गायकवाड़ पर हमलावर हैं वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र...
नेशनल डेस्क। महाराष्ट्र के बुलढाणा से शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा खराब खाना परोसे जाने के कारण कैंटीन स्टाफ की पिटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना पर जहां विपक्षी दल गायकवाड़ पर हमलावर हैं वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस व्यवहार को 'अस्वीकार्य' बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। इन सबके बावजूद विधायक संजय गायकवाड़ ने साफ कर दिया है कि वह माफी नहीं मांगेंगे।
'माफी नहीं मांगूंगा, मुझे कोई पछतावा नहीं': संजय गायकवाड़
कैंटीन स्टाफ को थप्पड़ मारने की घटना पर विधायक संजय गायकवाड़ ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मैं माफी नहीं मांगूंगा। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने जो भी कहा वो उनका कर्तव्य है। मैं उनके शब्दों का सम्मान करता हूं लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि होटल की जांच होनी चाहिए। मुझे कोई पछतावा नहीं है। मैं ज़हर खाने वाला था। दूसरे इसे नहीं समझ सकते इसलिए मुझे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।" गायकवाड़ के इस बयान से विवाद और गहरा गया है।
CM फडणवीस ने की कड़ी निंदा, कार्रवाई की अपील
शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा कैंटीन कर्मी से मारपीट की घटना को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधान परिषद में बयान दिया था। उन्होंने मारपीट की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि "ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है और किसी के लिए भी सम्मानजनक नहीं है।" सीएम फडणवीस ने यह भी कहा कि एक विधायक के रूप में गायकवाड़ के कार्यों ने सभी विधायकों की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है। उन्होंने विधान परिषद के सभापति और विधानसभा अध्यक्ष से इस मामले का संज्ञान लेने और विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला लेने की अपील की थी।
जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल मारपीट की यह घटना आकाशवाणी एमएलए हॉस्टल में हुई थी। विधायक संजय गायकवाड़ ने कैंटीन में खाने का ऑर्डर दिया था। आरोप है कि उन्हें जो खाना परोसा गया था वह बेहद खराब गुणवत्ता का था। रिपोर्ट के अनुसार घटना के बाद विधायक ने खुद स्वीकार किया कि उन्हें परोसा गया भोजन घटिया क्वालिटी का था जिसके बाद यह विवाद हुआ।
कैंटीन पर हुई कार्रवाई, लाइसेंस सस्पेंड
इस पूरे मामले में खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने तत्काल कार्रवाई की है। FDA ने आकाशवाणी विधायक कैंटीन चलाने वाली कंपनी अजंता कैटरर्स का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है। इससे पहले अधिकारियों ने कैंटीन से खाने के नमूने भी लिए। एक अधिकारी ने बताया कि पनीर, शेज़वान चटनी, तेल और तूर दाल के नमूने लिए गए हैं जिन्हें लैब भेजा जाएगा और 14 दिनों में रिपोर्ट आ जाएगी।