Edited By Parveen Kumar,Updated: 30 Jul, 2025 05:37 PM

अगर आप आने वाले दिनों में हवाई यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो एक बार जरूर सोच-विचार कर लीजिए। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने देश की कई एयरलाइंस की सुरक्षा और संचालन से जुड़ी रिपोर्ट जारी की है, जो काफी...
नेशनल डेस्क: अगर आप आने वाले दिनों में हवाई यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो एक बार जरूर सोच-विचार कर लीजिए। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने देश की कई एयरलाइंस की सुरक्षा और संचालन से जुड़ी रिपोर्ट जारी की है, जो काफी चौंकाने वाली है।
DGCA ने हाल ही में भारत की सभी प्रमुख एयरलाइंस का सुरक्षा, ऑपरेशन और मेंटेनेंस ऑडिट किया। इस रिपोर्ट में कुल 263 खामियों की पहचान की गई है। इनमें से 19 खामियां बेहद गंभीर यानी ‘लेवल-1’ की हैं, जो सीधा हवाई सुरक्षा से जुड़ी हैं और यात्रियों के लिए खतरा बन सकती हैं।
क्या हैं लेवल-1 की खामियां?
DGCA की मानें तो ‘लेवल-1’ की खामियां वो होती हैं, जो फ्लाइट की सुरक्षा को सीधा प्रभावित करती हैं। इनमें शामिल हैं:
- एयरक्राफ्ट में जरूरी सुरक्षा उपकरणों का न होना
- रख-रखाव (मेंटेनेंस) में लापरवाही
- पायलट की ट्रेनिंग में कमी
- मेडिकल टेस्ट में गड़बड़ी
- सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन न करना
टाटा ग्रुप की एयरलाइंस पर सवाल
रिपोर्ट में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जिन तीन एयरलाइंस में सबसे ज्यादा लेवल-1 की खामियां पाई गईं, वे सभी टाटा ग्रुप से जुड़ी हैं।
- एयर इंडिया – 7 गंभीर खामियां
- एयर इंडिया एक्सप्रेस – 2 गंभीर खामियां
- टाटा SIA एयरलाइंस (विस्तारा) – 10 गंभीर खामियां
अन्य एयरलाइंस में भी लापरवाही
रिपोर्ट के मुताबिक बाकी एयरलाइंस में ‘लेवल-2’ की खामियां पाई गई हैं। ये भले ही उतनी गंभीर नहीं होतीं, लेकिन अगर इन्हें समय रहते ठीक न किया जाए, तो ये भी भविष्य में बड़ा खतरा बन सकती हैं।
DGCA ने दी चेतावनी
DGCA ने सभी एयरलाइंस को निर्देश दिए हैं कि वे निश्चित समय सीमा के भीतर इन खामियों को सुधारें। साथ ही दोबारा निरीक्षण की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सुरक्षा से कोई समझौता न हो।