Edited By Seema Sharma,Updated: 13 Jun, 2019 10:15 AM
वैश्विक शांति सूचकांक में भारत इस साल 5 स्थान फिसल कर 141वें स्थान पर आ गया। पिछले साल उसे 136वें स्थान पर रखा गया था। दक्षिण एशिया में भारत का प्रदर्शन सिर्फ पाकिस्तान और अफगानिस्तान से बेहतर है।
वाशिंगटन/ नई दिल्ली: वैश्विक शांति सूचकांक में भारत इस साल 5 स्थान फिसल कर 141वें स्थान पर आ गया। पिछले साल उसे 136वें स्थान पर रखा गया था। दक्षिण एशिया में भारत का प्रदर्शन सिर्फ पाकिस्तान और अफगानिस्तान से बेहतर है। आइसलैंड सबसे शांत देश बना हुआ है जबकि अफगानिस्तान को सबसे अशांत देश माना गया है। उसे 163वें स्थान पर रखा गया है जबकि पाकिस्तान का स्थान 153वां रहा।
ऑस्ट्रेलिया का शोध संस्थान इंस्टीच्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (आई.ई.पी.) यह सूचकांक जारी करता है। इसमें 163 देशों का विविध पैमानों पर मूल्यांकन किया जाता है। रिपोर्ट के अनुसार आइसलैंड-2008 से सबसे शांत देश बना हुआ है। इसके बाद न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रिया, पुर्तगाल और डेनमार्क का स्थान रहा। सबसे अशांत देश के रूप में इस बार अफगानिस्तान का नाम आया है। पिछले साल सीरिया को सबसे अशांत देश बताया गया था। इस साल सीरिया दूसरा सबसे अशांत देश बताया गया है। 5 सबसे अशांत देशों में इन दोनों के अलावा दक्षिणी सूडान, यमन और ईराक शामिल रहे। इसके अलावा श्रीलंका 72वें, नेपाल 76वें और बंगलादेश 101वें स्थान पररहा।
सबसे शांत देश
आइसलैंड
न्यूजीलैंड
ऑस्ट्रिया
पुर्तगाल
डेनमार्क
सबसे अशांत देश
अफगानिस्तान
सीरिया
दक्षिणी सूडान
यमन
ईराक
द. एशिया में भूटान सबसे शांत
दक्षिण एशिया में भूटान सबसे शांत देश है। वैश्विक स्तर पर भूटान 15वें स्थान पर रहा। आई.ई.पी. की प्रैस विज्ञप्ति में कहा गया है कि दुनिया में शांति का औसत स्तर पिछले 5 साल में पहली बार बढ़ा है। इसके बावजूद यह एक दशक पहले की तुलना में कम है।
सैन्य खर्च में भारत टॉप 5 में
सर्वाधिक सैन्य खर्च के मामले में भारत, अमरीका, चीन, सऊदी अरब और रूस 5 शीर्ष देश रहे। भारत का सैन्य व्यय 66.5 अरब डॉलर है और वह चौथे स्थान पर है।
86 देशों की रैंकिंग सुधरी
इस साल की सूची में कुल 86 देशों की रैंकिंग सुधरी है जबकि 76 की रैंकिंग में गिरावट आई है। यूक्रेन की रैंकिंग में सबसे ज्यादा सुधार तथा निकारागुआ की रैंकिंग में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है।
प्राकृतिक आपदा को लेकर भारत 7वें स्थान पर
भारत को फिलीपींस, जापान, बंगलादेश, म्यांमार, चीन, इंडोनेशिया, वियतनाम और पाकिस्तान के साथ उन देशों की श्रेणी में रखा गया है जहां जलवायु परिवर्तन से जुड़े खतरे ज्यादा हैं। प्राकृतिक आपदा के मामले में भारत को सबसे ज्यादा खतरे वाले देशों में 7वें स्थान पर रखा गया है।