लू से बचना है तो घर से कम निकलो बाहर, इस उम्र के लोगों पर है ज्यादा खतरा

Edited By vasudha,Updated: 11 Jul, 2021 02:42 PM

if you want to avoid the heat keep these things in mind

अत्यधिक गर्म हवा या लू लगने के कारण बड़ी संख्या में लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ती है और इसके कारण लोगों की मौत होती है। लू तब लगती है, जब किसी व्यक्ति के शरीर का तापमान (104 डिग्री फारेनहाइट यानी 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक होना)...

इंटरनेशनल डेस्क: अत्यधिक गर्म हवा या लू लगने के कारण बड़ी संख्या में लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ती है और इसके कारण लोगों की मौत होती है। लू तब लगती है, जब किसी व्यक्ति के शरीर का तापमान (104 डिग्री फारेनहाइट यानी 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक होना) बहुत अधिक बढ़ जाता है। पर्यावरण के अत्यधिक तापमान और आर्द्रता के कारण शरीर पसीने और सांस के माध्यम से खुद को ठंडा नहीं कर पाता। लू लगने पर व्यक्ति की दिल की धड़कन तेज हो जाती, उसकी सांस तेज चलती है, उसे चक्कर आना, उबकाई आना और मांसपेशियों में ऐंठन जैसी दिक्कत होती है और भ्रम का अनुभव होता है तथा अंततः रोगी पूरी तरह से होश खो सकता है।

इन चीजों का रखें ध्यान

  • पानी पीते रहें
  • गर्म मौसम में पानी का सेवन बढ़ाएं
  • मीठे पेय पदार्थ पीएं 
  • शराब पीने से बचें
  • ज्यादा गर्मी होने पर न करें व्यायाम 
  • हल्के और ढीले कपड़ें पहनें,
  • सूर्य की सीधी रोशनी के संपर्क में आने से बचें
  • स्वयं पर पानी के छींटे मारें 
  • ठंडे पानी से स्नान करें
  • शरीर में पानी की कमी न होने दें


लू लगना अक्सर  होता है घातक 
यदि चिकित्सकीय उपचार नहीं किए जाएं, तो लू लगना अक्सर घातक होता है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के अनुसार, अमेरिका में औसतन हर साल लगभग 658 लोगों की ऊष्माघात से मौत हो जाती है। लू की चपेट में किसी भी आयुवर्ग के लोग आ सकते हैं, लेकिन इससे ज्यादातर बुजुर्ग, विशेष रूप से 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोग प्रभावित होते हैं, क्योंकि उम्र के साथ हमारे शरीर की स्वयं को ठंडा करने की क्षमता कम हो जाती है। इसके अतिरिक्त रक्तचाप, दौरे पड़ने और मनोवैज्ञानिक विकारों को नियंत्रित करने के लिए उपयोग की जाने वाली कई सामान्य दवाएं व्यक्ति की शरीर के तापमान को नियंत्रित करने की क्षमता को कम कर देती हैं।

 

70 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों काे ज्यादा खतरा 
यदि किसी बुजुर्ग व्यक्ति को खतरनाक लू के बारे में जानकारी नहीं हो, उसके घर में एयर कंडीशनर (वातानुकूलन यंत्र) नहीं हो और उसकी देखभाल के लिए कोई नहीं हो, तो खतरा और बढ़ता है। बढ़ती उम्र के अलावा लू लगने के जोखिम को बढ़ाने वाले अन्य कारक मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग हैं। इस संभावित घातक स्थिति से निपटने से तीन उपाय हैं: पानी पीते रहें। गर्म मौसम में पानी का सेवन बढ़ाएं और मीठे पेय पदार्थ एवं शराब पीने से बचें। यदि आपके डॉक्टर ने हृदय संबंधी किसी समस्या या किसी अन्य रोग के कारण पानी का आपका दैनिक सेवन सीमित कर दिया है, तो चिकित्सकीय जटिलताओं से बचने के लिए लू चलने के दौरान उनके संपर्क में रहें।

 

खुद को ठंडा रखें
लू से बचने में पंखे मददगार होते हैं, लेकिन इनसे हवा का तापमान कम नहीं होता, बल्कि त्वचा पर हवा लगने से पसीना आसानी से सूख जाता है और शरीर का तापमान कम हो जाता है। पंखे उपयोगी होते हैं, लेकिन अत्यधिक नमी में एयर कंडीशनर बेहतर होता है, क्योंकि यह शुष्क हवा पैदा करता है जिससे शरीर अधिक आसानी से ठंडा होता है। खुद को ठंडा रखें, आराम करें और शरीर में पानी की कमी न होने दें।
 

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