Edited By Parminder Kaur,Updated: 04 May, 2024 01:32 PM
भारत और इंडोनेशिया के बीच सातवीं संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की बैठक शुक्रवार को हुई, जिसमें दोनों पक्ष रक्षा उद्योग, समुद्री सुरक्षा और बहुपक्षीय सहयोग के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस बैठक की सह-अध्यक्षता भारत...
इंटरनेशनल डेस्क. भारत और इंडोनेशिया के बीच सातवीं संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की बैठक शुक्रवार को हुई, जिसमें दोनों पक्ष रक्षा उद्योग, समुद्री सुरक्षा और बहुपक्षीय सहयोग के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के रक्षा सचिव गिरिधर अरामाने और इंडोनेशिया के रक्षा मंत्रालय के महासचिव, एयर मार्शल डोनी एर्मवान तौफांटो ने की।
इस बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग के बढ़ रहे दायरे पर संतोष व्यक्त किया। रक्षा सहयोग और रक्षा उद्योग सहयोग पर की गई पहल और प्रगति की भी दोनों सह-अध्यक्षों ने समीक्षा की। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इसके अतिरिक्त विशेष रूप से रक्षा उद्योग संबंधों, समुद्री सुरक्षा और बहुपक्षीय क्षेत्रों में सहयोग को बेहतर करने के उपायों की पहचान की। यात्रा के दौरान तौफांटो ने नई दिल्ली में डीआरडीओ मुख्यालय के साथ-साथ पुणे में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स और एलएंडटी रक्षा प्रतिष्ठानों का दौरा किया।
उन्होंने भारत फोर्ज, महिंद्रा डिफेंस और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड जैसे अन्य भारतीय रक्षा उद्योग साझेदारों के साथ भी विचार-विमर्श किया और अनुसंधान एवं संयुक्त उत्पादन में सहयोग के जरिए रक्षा औद्योगिक क्षमताओं को बेहतर बनाने के तरीकों पर चर्चा की।
यात्रा के दौरान उन्होंने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान से भी मुलाकात की। तौफांटो 2 मई से भारत के दौरे पर हैं। उन्होंने नई दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीद नायकों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।