चीन को टक्कर देने के लिए भारत ने बनाई योजना, अंडेमान में होगी मजबूत किलेबंदी

Edited By Pardeep,Updated: 06 Jul, 2020 03:45 AM

india plans to compete with china will have strong fortifications in andaman

चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारत ने अंडेमान निकोबार द्वीप समूह में अपनी किलेबंदी शुरू कर दी है। वहां अतिरिक्त सैन्य बल भेजा जा रहा है। चीन के साथ सीमा तनाव के बीच सरकार का ध्यान अंडेमान निकोबार

नई दिल्ली: चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारत ने अंडेमान निकोबार द्वीप समूह में अपनी किलेबंदी शुरू कर दी है। वहां अतिरिक्त सैन्य बल भेजा जा रहा है। चीन के साथ सीमा तनाव के बीच सरकार का ध्यान अंडेमान निकोबार द्वीप समूह में समुद्री सुरक्षा पर भी टिक गया है। खुफिया इनपुट और सहयोगी देशों से चीन की योजनाओं के बारे में मिल रही सूचना के आधार पर इस इलाके में चीन की शक्ति को टक्कर देने के पूरे प्लान पर उच्च स्तरीय चर्चा की गई है। 

भारत ने तय किया है कि वह अपनी तैयारियों को हर संवेदनशील बिंदुओं पर अपग्रेड करेगा, जहां चीन अपना प्रभाव बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। अंडेमान-निकोबार द्वीप समूह क्षेत्र में अतिरिक्त युद्धपोत, विमान, ड्रोन, मिसाइल बैटरी,लड़ाकू जहाज और पनडुब्बियां आने वाले दिनों में तैनात की जा सकती हैं। सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा संसाधनों में भारी बढ़ोत्तरी की योजना बनाई गई है। यह भारत की एक्ट ईस्ट नीति के तहत भी होगा। अंडेमान निकोबार में युद्ध पोतों की तैनाती से चीन को घेरा जा सकता है क्योंकि यह मलक्का स्ट्रेट से बहुत दूर नहीं है। मलक्का स्ट्रेट चीन के दक्षिण में है। चीन के लिए यह 2 कारणों से बेहद अहम है। 

एक है व्यावसायिक हित और दूसरा है सामरिक रणनीतिक कारण। मलक्का स्ट्रेट वह इलाका है, जिससे हर साल तकरीबन 70 हजार मालवाहक जहाज गुजरते हैं जो चीन ही नहीं, मलेशिया, इंडोनेशिया, जापान, फिलीपींस, ब्रूनेई, वियतनाम और दूसरे देशों के लिए सामान लाते हैं तथा इनके उत्पाद पूरी दुनिया खासकर अफ्रीका व यूरोप तक ले जाते हैं। चीन के लिए यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण इसलिए है कि वह सबसे बड़ा निर्यातक है और इस मलक्का स्ट्रेट के बिना निर्यात की कल्पना नहीं की जा सकती।

हर चुनौती का जवाब देने की तैयारी 
सूत्रों ने कहा, चीन के साथ सभी संभावित चुनौतियों पर उच्चस्तरीय मंथन किया गया है। भारत सरकार सभी जल, थल सीमाओं पर पहले से सुरक्षा मजबूत करने की योजना के मद्देनजर इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने पर काम कर रही थी, लेकिन गलवान की घटना के बाद सभी योजनाओं को गति देने पर सहमति बनी है। सूत्रों ने कहा कि अंडेमान में अगले दस साल की योजना पर काम हो रहा है। इसके लिए 5000 करोड़ रुपए से ज्यादा की सुरक्षा योजनाओं पर गौर किया गया, लेकिन जिस तरह से चीन की हरकत बढ़ी है उसे देखते हुए कुछ जरूरी बदलाव जल्द किए जाएंगे। इसके लिए सरकार अपने बजट को भी लचीला रखेगी, जिससे जरूरत के मुताबिक आबंटन किया जा सके। अंडेमान और निकोबार कमांड, देश की एकमात्र एक ऐसी कमांड है, जिसके पास आर्मी, नेवी, एयरफोर्स और कोस्ट गार्ड आते हैं।

चीन हिंद महासागर इलाके में बढ़ा रहा मौजूदगी 
सूत्रों के मुताबिक, हिन्द महासागर क्षेत्र में चीन लगातार अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा रहा है। क्षेत्र में चीन ने अपने जंगी जहाजों और पनडुब्बियों की संख्या कुछ समय से लगातार बढ़ाई है। भारत नई चुनौतियों के मद्देनजर सुरक्षा चाकचौबंद करने और जरूरत पडऩे पर किसी तरह की आक्रामकता का जवाब देने की रणनीति पर काम कर रहा है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!