Edited By Anil dev,Updated: 22 Oct, 2020 06:08 PM
भारतीय नौसेना में एक नए अध्याय को लिखते हुए डोर्नियर विमान समुद्री मिशन पर जाने के लिए महिला पायलटों का पहला बैच तैयार हो गया है। डोर्नियर एयरक्राफ्ट पर मिशन के लिए तीन पायलट लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा लेफ्टिनेंट शिवांगी और लेफ्टिनेंट शुभांगी ने...
नई दिल्ली: भारतीय नौसेना में एक नए अध्याय को लिखते हुए डोर्नियर विमान समुद्री मिशन पर जाने के लिए महिला पायलटों का पहला बैच तैयार हो गया है। डोर्नियर एयरक्राफ्ट पर मिशन के लिए तीन पायलट लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा लेफ्टिनेंट शिवांगी और लेफ्टिनेंट शुभांगी ने डोर्नियर ऑपरेशनल फ्लाइंग ट्रेनिंग कोर्स पूरा लिया है। गुरुवार को ही स्वदेशी लड़ाकू पोत आईएएनएस कवरत्ती नौसेना में शामिल किया गया है।
तीनों महिला पायलट 27 वीं डॉर्नियर ऑपरेशनल फ्लाइंग ट्रेनिंग (डीओएफटी) कोर्स के छह पायलटों में शामिल थीं। एसएनएम के चीफ स्टाफ ऑफिसर (ट्रेनिंग) रियर एडमिरल एंटनी जॉर्ज, वीएसएम इस मौके पर तीन पायलटों को पुरस्कार प्रदान किया। लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा और लेफ्टिनेंट शिवम पांडे को फस्र्ट इन फ्लाइंग चुना गया। पहले बैच की तीन महिला पायलट में लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा, लेफ्टिनेंट शुभांगी स्वरूप और लेफ्टिनेंट शिवांगी हैं।
इस कोर्स में पायलटों को पहले एसएनसी के कई प्रोफेशनल स्कूलों में चली करीब एक महीने की जमीनी ट्रेनिंग के दौर से गुजरना पड़ा. इसके बाद इन्हें दक्षिणी नेवल कमांड के डोर्नियर स्क्वाड्रन के साथ 8 महीनों तक उड़ान की ट्रेनिंग दी गई। एमआर पायलटों के लिए उड़ान भरने वाली तीन महिला पायलटों में से लेफ्टिनेंट शिवांगी 2 दिसंबर, 2019 को नौसेना पायलट के रूप में अर्हता प्राप्त करने वाली पहली महिला थीं। 15 दिनों के बाद, दो अन्य - लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा और लेफ्टिनेंट शुभांगी स्वरूप भी पायलट बन गए।