Edited By Parminder Kaur,Updated: 22 Apr, 2024 12:26 PM
20 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में विकसित भारत एंबेसडर मीट-अप का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में लेखकों, छात्रों, स्टार्टअप मालिकों, पेशेवरों, पत्रकारों और उत्तर और दक्षिण कश्मीर के उल्लेखनीय लोगों सहित 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
नेशनल डेस्क. 20 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में विकसित भारत एंबेसडर मीट-अप का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में लेखकों, छात्रों, स्टार्टअप मालिकों, पेशेवरों, पत्रकारों और उत्तर और दक्षिण कश्मीर के उल्लेखनीय लोगों सहित 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम का फोकस 'विकसित भारत' के दृष्टिकोण के बारे में पैनल चर्चा पर था। यह बैठक विकसित भारत बैनर के तहत आयोजित राष्ट्रव्यापी स्वयंसेवक बैठकों की श्रृंखला का हिस्सा थी। उपस्थित लोग भारत के विकास और प्रगति के लिए समर्पित व्यक्तियों का एक विविध समूह थे।
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण "विकसित भारत-विकसित कश्मीर" शीर्षक वाली पैनल चर्चा थी। प्रतिभागियों ने पिछले एक दशक में जम्मू-कश्मीर में देखे गए बदलावों पर चर्चा की, जिसमें अनुच्छेद 370 को निरस्त करना, चिनाब ब्रिज जैसी बुनियादी ढांचा परियोजनाएं और हिंसा और पथराव में कमी शामिल है। चर्चा के दौरान विकसित भारत की यात्रा का नेतृत्व करने में विकसित कश्मीर की भूमिका पर जोर दिया गया।
दर्शकों को अपने संबोधन के दौरान केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा- भारत 'विक्सित कश्मीर' के बिना 'विकसित' नहीं हो सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उनका सपना है कि भारत 2047 तक 'विकसित देश' या 'विकसित राष्ट्र' बने या बनेगा। भारत 2047 या उससे भी पहले एक विकसित राष्ट्र बन जाएगा, लेकिन इसमें कई लोगों को भूमिका निभानी होगी।
हरदीप सिंह पुरी ने आगे कहा- प्रधानमंत्री परिवर्तन के प्रमुख एजेंट के रूप में निर्देशांक निर्धारित करते हैं, लेकिन उन्हें उन अन्य लोगों का समर्थन करना होगा जो उस दृष्टिकोण में विश्वास करते हैं। अभी हम 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर पर हैं। 2040 तक हमारी अर्थव्यवस्था 40 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर होगी।