Edited By Pardeep,Updated: 21 Jun, 2021 10:55 PM
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को श्रीलंका के अपने समकक्ष दिनेश गुणावर्द्धने से दोनों देशों के द्विपक्षीय मुद्दों के साथ सात देशों के समूह बिम्सटेक के तहत क्षेत्रीय सहयोग पर चर्चा की
नई दिल्लीः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को श्रीलंका के अपने समकक्ष दिनेश गुणावर्द्धने से दोनों देशों के द्विपक्षीय मुद्दों के साथ सात देशों के समूह बिम्सटेक के तहत क्षेत्रीय सहयोग पर चर्चा की। श्रीलंका में चीन समर्थित कोलंबो पोर्ट सिटी परियोजना को लेकर भारत में बढ़ रही चिंताओं के बीच यह वार्ता हुई है।
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘श्रीलंका के विदेश मंत्री दिनेश गुणावर्द्धने से अच्छी वार्ता हुई। द्विपक्षीय एजेंडे की समीक्षा की गयी। बिम्सटेक, आईओआरए और अन्य क्षेत्रीय तंत्र पर चर्चा हुई। आगे भी करीबी संपर्क में रहेंगे।'' भारत बिम्सटेक के ढांचे के तहत क्षेत्रीय सहयोग को विस्तार देने पर जोर दे रहा है।
भारत के अलावा बिम्सटेक (बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकनॉमिक को-ऑपरेशन) में बांग्लादेश, म्यांमा, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल और भूटान हैं। इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (आईओआरए) एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करना है।
श्रीलंका कोलंबो पोर्ट सिटी परियोजना के लिए आगे बढ़ रहा है, वहीं भारत ने पिछले सप्ताह कहा कि उसे उम्मीद है कि द्वीपीय राष्ट्र समुद्री क्षेत्र में परस्पर सुरक्षा समेत अपने ‘‘शानदार द्विपक्षीय सहयोग'' का ध्यान रखेगा।
परियोजना के बारे में पूछे जाने पर, ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत अपने सुरक्षा परिप्रेक्ष्य से हालिया घटनाक्रम पर करीबी नजर रखे हुए हैं। जयशंकर ने नार्वे की विदेश मंत्री इने एरिकसन सोरीडे से भी डिजिटल माध्यम से चर्चा की। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘नार्वे की विदेश मंत्री से अच्छी वार्ता हुई। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपने करीबी सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ। दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति को रेखांकित किया।''