'केजरीवाल सरकार से न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती'

Edited By ,Updated: 19 Oct, 2015 06:59 PM

justice can not be expected from the government kejriwal

दिल्ली कांग्रेस ने राजधानी में छोटे बच्चों पर बढ़ रहे अत्याचारों और यौन उत्पीडऩ की आज कड़ी निंदा करते ...

नई दिल्ली : दिल्ली कांग्रेस ने राजधानी में छोटे बच्चों पर बढ़ रहे अत्याचारों और यौन उत्पीडऩ की आज कड़ी निंदा करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इन्हें रोकने में असफल रहने पर उनके इस्तीफे की मांग की है। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी, राज्य महिला कांग्रेस अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह और पूर्व मंत्री किरण वालिया ने कहा कि अबोध बच्चियों के साथ कुकर्म हुआ है किन्तु मुख्यमंत्री महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की बजाय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नींद हराम करने की बातें कर रहे हैं। 
 
सुश्री मुखर्जी ने कहा हाल की इन घटनाओं की जितनी भी ङ्क्षनदा की जाए वह कम है। वर्ष 2012 में जब निर्भया कांड हुआ था उस वक्त केजरीवाल ने मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर महिलाओं के प्रति अत्याचार रोकने में असफल रहने का आरोप लगाते हुए इस्तीफे की मांग की थी। आज जो हो रहा है वह उससे भी भयानक स्थिति है और प्रदेश कांग्रेस महिलाओं और बच्चों के साथ हो रहे यौन उत्पीडऩ को रोकने में नाकामयाब रहने के कारण केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करती है। दिल्ली महिला कांग्रेस ने कल केजरीवाल के घर के बाहर धरना देने की घोषणा की है। 
 
राजधानी में महिला सुरक्षा को लेकर कांग्रेस के शासन के समय चलाई गई योजनाओं को बंद करने के लिए केजरीवाल पर निशाना साधते हुए मुखर्जी ने कहा कि यदि सरकार इन पर आगे बढ़ती रहती तो महिलाओं के प्रति उत्पीडऩ इतना अधिक नहीं बढ़ता। वालिया ने कहा कि केजरीवाल को सिर्फ अपनी छवि चमकाने में रुचि है और निर्भया कांड के बाद महिलाओं को लेकर समाज में जो मुद्दे हैं उन्हें सुलझाने में कोई दिलचस्पी नहीं है। 
 
सुश्री सिंह ने केजरीवाल सरकार को अत्यंत असंवेदनशील बताते हुए कहा कि एक बच्चा जिसके साथ यौन उत्पीडऩ हुआ है वह अस्पताल में दाखिल है और उसके अभिभावक मदद के लिए गुहार लगा रहे हैं किन्तु मुख्यमंत्री को उनकी बातें सुनने का समय नहीं है। केजरीवाल सरकार को नकारा करार देते हुए दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि केजरीवाल आम आदमी पार्टी के उन नेताओं को बचाने में जुटे हुए हैं जो विभिन्न अपराधों में संलिप्त हैं इसलिए इनसे न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती। 

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