Edited By Murari Sharan,Updated: 27 May, 2020 09:32 AM
दिल्ली में कोरोना मरीजों की मौलिक सुविधाओं का ध्यान रखते हुए उपराज्यपाल अनिल बैजल ने केजरीवाल सरकार को निर्देश दिए हैं...
नई दिल्ली/डेस्क। कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के मामलों को ध्यान में रखते हुए दिल्ली उपराज्यपाल (Delhi LG) अनिल बैजल (Anil Bailjal) ने दिल्ली सरकार को मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर (Medical infrastructure) बढ़ाने और अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उपराज्यपाल ने कहा है कि हॉटस्पॉट (Hotspot) जोन की कड़ी निगरानी हो ताकि कोरोना संक्रमण को प्रभावी रूप से रोका जा सके। इसके साथ ही आईईसी और निगरानी उपायों पर जोर देने को कहा गया है।
उपराज्यपाल ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, मुख्य सचिव विजय देव, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह), दिल्ली पुलिस आयुक्त, प्रधान सचिव स्वास्थ्य एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दिल्ली में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि दिल्ली में फैसिलिटी रेट 1.96 प्रतिश है, जबकि राष्ट्रीय औसत 2.57 प्रतिशत है। लैब रिपोर्टिंग की स्थिति के बारे में बताया गया कि दिल्ली में 25 मई तक 34 लैब कोविड-19 परीक्षण के लिए उपलब्ध हैं। 174469 लोगो की कोरोना जांच में पॉजिटिव की दर 8.06 प्रतिशत है।
'अधिक से अधिक वेंटिलेटर खरीदे जा रहे'
कोविड लॉजिस्टिक्स के बारे में बताया गया कि चिकित्सा संबंधी आवश्यक उपकरणों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की गई है और अधिक से अधिक वेंटिलेटर खरीदे जा रहे हैं। दिल्ली में गंभीर मरीजों के लिए कोविड अस्पतालों की स्थिति और बेड की उपलब्धता के बारे में भी बताया गया। वर्तमान में 4462 बेड, 429 आईसीयू बेड, 343 वेंटीलेटर और 2632 ऑक्सीजन बेड विभिन्न कोविड अस्पतालों में उपलब्ध है।
ऐसे कर रही दिल्ली सरकार तैयारी
इसके अलावा दिल्ली में 19 कोविड केयर सेंटर 5716 की क्षमता के साथ कार्य कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने 30000 पीपीई किट, 3.5 लाख N-95 मास्क, 28 वेंटीलेटर, 435 ऑक्सीजन कंस्ट्रक्टर की आपूर्ति के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य सचिव ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा हाल में उठाए गए कदमों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में 50 से अधिक बेड हैं। उन अस्पतालों को 25 प्रतिशत अधिक बेड बढ़ाने को कहा गया है। साथ ही इन निजी अस्पतालों में कोविड के 20 प्रतिश बेड आरक्षित किए गए हैं।