Edited By Mahima,Updated: 23 Apr, 2024 12:41 PM
उत्तर प्रदेश की मथुरा लोकसभा सीट पर भी 26 अप्रैल को मतदान होना है। यहां भाजपा ने मौजूदा सांसद हेमा मालिनी को फिर से चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं समाजवादी पार्टी ने मुकेश धनगर और बहुजन समाज पार्टी ने सुरेश सिंह को टिकट दिया है।
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश की मथुरा लोकसभा सीट पर भी 26 अप्रैल को मतदान होना है। यहां भाजपा ने मौजूदा सांसद हेमा मालिनी को फिर से चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं समाजवादी पार्टी ने मुकेश धनगर और बहुजन समाज पार्टी ने सुरेश सिंह को टिकट दिया है। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि मथुरा में लंबे समय से ध्रुवीकरण की राजनीति ही काम करती रही है। इस बार भी यहां राम मंदिर की लहर है और पी.एम. मोदी के चेहरे पर लोग आसानी से हेमा मालिनी को तीसरी बार संसद भेज सकते हैं, लेकिन लड़ाई इतनी आसान नहीं है। विपक्षी दलों के गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी ने मुकेश धनगर को टिकट दिया है और बहुजन समाज पार्टी ने सुरेश सिंह को टिकट दिया है। मथुरा में जाट मतदाता सबसे ज्यादा हैं। उन्हीं को साधने के लिए जाट उम्मीदवार उतारा गया है।
कोई नहीं लगा पाया है हैट्रिक
रिपोर्ट के मुताबिक मथुरा लोकसभा सीट से अब तक कोई भी उम्मीदवार लगातार तीन बार सांसद नहीं बना है। शुरुआती दो चुनाव में तो यहां से निर्दलीय सांसद बने थे। देश के सबसे पुरानी और तत्कालीन सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस को यहां से पहली बार जीत 1962 में मिली थी। वहीं भाजपा ने पहला चुनाव 1991 में जीता। हालांकि इससे पहले जनता पार्टी और जनता दल के नेता यहां जीत हासिल करते रहे। मथुरा से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी हार का सामना करना पड़ा था।
खुद को जाट बताती हैं हेमा
हेमा मालिनी खुद को जाट बताती हैं, क्योंकि उन्होंने धर्मेंद्र से शादी की है। वह 10 साल से मथुरा सांसद हैं और अब क्षेत्र की समस्याओं के लिए उन पर सवाल उठने लगे हैं। कई मौकों पर मतदाता उन्हें इसके लिए जिम्मेदार भी मानते हैं। ऐसे में यह तो तय है कि अखिलेश और मायावती दोनों के उम्मीदवार वोट काटने का काम करेंगे, लेकिन अगर ये वोट सिर्फ हेमा मालिनी के कम हुए तो मुकेश धनगर के जीतने की संभावनाएं बन सकती हैं और हेमा का हैट्रिक का सपना टूट सकता है।
2019 और 2014 में क्या था नतीजा?
2019 में हेमा मालिनी को 2,93,471 वोट के अंतर से जीत मिली थी। उन्हें कुल 6,71,293 वोट मिले थे। उनका वोट शेयर 61 फीसदी था। राष्ट्रीय लोक दल के कुवंर नरेंद्र 3,77,822 वोट के साथ दूसरे स्थान पर थे। उन्हें 34.21 फीसदी वोट मिले थे। वहीं, 2014 में हेमा मालिनी को 5,74,633 वोट मिले थे। उनका वोट शेयर 53.29 रहा था। राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी 2,43,890 वोट के साथ दूसरे स्थान पर थे। उनका वोट शेयर 22.62 फीसदी था। हेमा ने 3,30,743 वोट के अंतर से जीत दर्ज की थी।