Edited By Seema Sharma,Updated: 23 Dec, 2019 02:15 PM
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस दिनों सोशल मीडिया पर खासी छाई हुई हैं। दरअसल ममता बनर्जी का सोशल मीडिया पर का-का...छी-छी वाला वीडियो काफी वायरल हो रहा है। यूजर्स भी इस वीडियो पर काफी मजे ले रहे हैं। का-का...छी-छी को लेकर ममता पर कई मीम्स...
नेशनल डेस्कः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस दिनों सोशल मीडिया पर खासी छाई हुई हैं। दरअसल ममता बनर्जी का सोशल मीडिया पर का-का...छी-छी वाला वीडियो काफी वायरल हो रहा है। यूजर्स भी इस वीडियो पर काफी मजे ले रहे हैं। का-का...छी-छी को लेकर ममता पर कई मीम्स भी वायरल हो रहे हैं। कोई इसे विपक्ष का नया गान बता रहा है तो कोई कह रहा है कि क्या सच में यह ममता बनर्जी ही हैं। दरअसल नागरिकता कानून पर ममता बनर्जी कार्यकर्त्ताओं को संबोधित कर रही थीं। इसी दौरान उन्होंने का-का...छी-छी बोलना शुरू कर दिया। ममता के पीछे उनके कार्यकर्त्ताओं ने भी का-का...छी-छी बोला।
वीडियो में दिख रहा है कि ममता लगातार का-का-छी-छी, भाजपा छी-छी, एनआरसी छी-छी कह रही हैं। बता दें कि का-का का मतलब CAA है और छी मतलब बेकार। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इसका जमकर मजाक उड़ाया। किसी ने लिखा कि भाजपा वालों ने ममता को क्या-क्या करने के लिए मजबूर कर दिया। वहीं किसी ने लिखा कि ऐसे ही बोलते-बोलते आप भी देश से बाहर चले जाओ।
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ मोदी सरकार पर हमला करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि जाति-धर्म के नाम पर लोगों को बांटने की सियासत करने वाली केंद्र सरकार इस कानून का विरोध करने वालों को देशद्रोही करार दे रही है। लेकिन भाजपा वाले कब से देश भक्त हो गए। ममता ने कहा कि भाजपा की स्थापना 1980 में हुई और ये 1971 से नागरिकता का प्रमाण मांग रहे हैं। शुक्रवार को महानगर के पार्क सर्कस इलाके में आयोजित सीएए व एनआरसी विरोधी सभा को संबोधित करने के दौरान मुख्यमंत्री ने उक्त बातें कहीं।