Edited By Harman Kaur,Updated: 06 Jun, 2025 05:47 PM
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक अनोखी खबर सामने आई है, जहां हत्या के आरोप में जेल में बंद एक व्यक्ति को अदालत ने रिहा कर दिया, क्योंकि जिस व्यक्ति की हत्या का आरोप उस पर था, वह जीवित पाया गया। पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले की जानकारी दी।
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक अनोखी खबर सामने आई है, जहां हत्या के आरोप में जेल में बंद एक व्यक्ति को अदालत ने रिहा कर दिया, क्योंकि जिस व्यक्ति की हत्या का आरोप उस पर था, वह जीवित पाया गया। पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले की जानकारी दी।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना ट्रेन में मोबाइल चोरी को लेकर हुए विवाद से जुड़ी है। अयोध्या निवासी नरेन्द्र दुबे पर एताब नाम के व्यक्ति की हत्या का आरोप लगा था, जिसके कारण उसे तीन साल की जेल हुई थी। लेकिन बिहार से सामने आई वीडियो और साक्ष्य के बाद पता चला कि एताब जीवित है। एताब के ससुराल पक्ष ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड किया, जो कोर्ट में पेश किया गया।
अदालत ने किया रिहा
शाहजहांपुर के अपर जिला न्यायाधीश पंकज कुमार श्रीवास्तव ने इस नए सबूत के आधार पर नरेन्द्र दुबे को दोषमुक्त कर रिहा करने का आदेश दिया। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता श्रीपाल वर्मा ने बताया कि शव की पहचान एताब के पिता और अन्य रिश्तेदारों ने की थी, इसलिए अभियोजन पक्ष या जांच अधिकारी पर कोई दोष नहीं लगाया जा सकता।
पुलिस की प्रारंभिक जांच
16 दिसंबर 2022 की रात को दिल्ली-अयोध्या एक्सप्रेस ट्रेन में दो व्यक्तियों के बीच हुई मारपीट के बाद आरोप था कि एक व्यक्ति को तिलहर के पास ट्रेन से बाहर फेंक दिया गया। इस मामले की सूचना अयोध्या निवासी आलोक ने वीडियो के साथ पुलिस को दी थी। ट्रेन बरेली जंक्शन पर नरेन्द्र दुबे को गिरफ्तार किया गया था और पुलिस ने रेलवे ट्रैक के पास से मृतक का शव भी बरामद किया था।