Edited By rajesh kumar,Updated: 21 Aug, 2022 07:29 PM
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को सरकार पर आम लोगों पर कर का अधिक बोझ डालने और अपने ‘‘मित्रों'' के कर में कमी करने का आरोप लगाया।
नेशनल डेस्क: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को सरकार पर आम लोगों पर कर का अधिक बोझ डालने और अपने ‘‘मित्रों'' के कर में कमी करने का आरोप लगाया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने ट्विटर पर एक ‘ग्राफ' भी साझा किया और आरोप लगाया कि सरकार आम लोगों से अधिक कर वसूल कर रही है जबकि कॉरपोरेट से कम कर की वसूली हो रही है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘ लोगों पर करों को बढ़ाया गया, ‘मित्रों' के लिए करों में कटौती की गई- सूट-बूट-लूट सरकार के कामकाज का ‘स्वाभाविक तरीका'।'' राहुल गांधी द्वारा साझा किए गए ग्राफ में कांग्रेस शासन और भाजपा सरकार के दौरान कर वसूली का तुलनात्मक विवरण दर्शाया गया है, जिसमें कहा गया, ‘‘ लोगों पर कम कर बनाम लोगों पर अधिक कर।'' ग्राफ में दर्शाया गया है कि पिछले कुछ वर्षों में कॉरपोरेट कर में कमी आई है जबकि आम लोगों पर कर का बोझ बढ़ा है।
इसमें यह भी दिखाया गया है कि सरकार द्वारा पिछले कुछ वर्षों से एकत्रित राजस्व का प्रतिशत आम लोगों से अधिक जबकि कॉरपोरेट से कम है। ग्राफ में दिखाया गया है कि 2010 में कॉरपोरेट पर लगे कर से एकत्रित राजस्व 40 फीसदी से अधिक था जबकि आम लोगों से 24 फीसदी कर वसूली की गई थी। इसमें दर्शाया गया है कि 2021 में कॉरपोरेट पर कर से राजस्व की वसूली घटकर 24 फीसदी रह गई जबकि आम लोगों से 48 फीसदी कर राजस्व वसूला गया।