Edited By shukdev,Updated: 09 Jan, 2020 05:41 PM
नागरिकता (संशोधन) कानून को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन के बीच नगालैंड की मुख्य विपक्षी पार्टी नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने अपने महासचिव और राज्य से इकलौते राज्यसभा सदस्य के जी केन्ये को संसद में कानून के समर्थन में वोटिंग के लिए अगले आदेश तक...
कोहिमा: नागरिकता (संशोधन) कानून को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन के बीच नगालैंड की मुख्य विपक्षी पार्टी नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने अपने महासचिव और राज्य से इकलौते राज्यसभा सदस्य के जी केन्ये को संसद में कानून के समर्थन में वोटिंग के लिए अगले आदेश तक निलंबित कर दिया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि एनपीएफ अध्यक्ष शुरहोजेली ने पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों के साथ बैठक में विचार-विमर्श करने के बाद बुधवार को निलंबन आदेश जारी किया।
पार्टी सदस्यों ने अनुशासनात्मक कमेटी को पार्टी के रुख से अलग जाने के लिए केन्ये के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की थी। कमेटी ने बैठक में अपनी सिफारिशें करते हुए उल्लेख किया कि केन्ये को भेजे गए कारण बताओ नोटिस पर आए जवाब से वह संतुष्ट नहीं हैं। नागरिकता (संशोधन) विधेयक का समर्थन करने के लिए उन्हें नोटिस दिया गया था।
विज्ञप्ति में कहा गया कि संसद के ऊपरी सदन में केन्ये का आचरण और कदम एनपीएफ के रुख को प्रदर्शित नहीं करता है। इसमें कहा गया,‘केन्ये ने जानबूझकर पार्टी अनुशासन को मानने से मना किया। इसके लिए उन्हें अगले आदेश तक पार्टी की प्राथमिक और सक्रिय सदस्यता से निलंबित किया जाता है।'