Edited By Yaspal,Updated: 17 May, 2021 08:35 PM
पश्चिम बंगाल में टीएमसी की तीसरी बार प्रचंड बहुमत से सत्ता में वापसी के बाद एक बार फिर नारदा घोटाले का जिन्न निकलकर बाहर आ गया है। नारदा स्कैम को लेकर सोमवार को सीबीआई की टीएम ने बंगाल सरकार के दो मंत्रियों समेत चार टीएमसी नेताओं को...
नेशनल डेस्कः पश्चिम बंगाल में टीएमसी की तीसरी बार प्रचंड बहुमत से सत्ता में वापसी के बाद एक बार फिर नारदा घोटाले का जिन्न निकलकर बाहर आ गया है। नारदा स्कैम को लेकर सोमवार को सीबीआई की टीएम ने बंगाल सरकार के दो मंत्रियों समेत चार टीएमसी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया।
सीबीआई की इस कार्रवाई का विरोध करते हुए टीएसमी ने सवाल पूछा कि सिर्फ टीएमसी के नेताओं पर ही कार्रवाई क्यों हो रही है। भाजपा में शामिल हुए मुकुल रॉय या सुवेंदु अधिकारी पर एक्शन क्यों नहीं लिया गया।
तृणमूल कांग्रेस की नेता डोला सेन ने इसे बदले की कार्रवाई करार दिया। डोला सेन ने कहा कि सीबीआई ने बिना स्पीकर की परमिशन के विधायक और मंत्रियों को गिरफ्तार किया है, कोई भी कानून नहीं मान रहा है। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की बंगाल में हार हुई है, इसलिए अब ये बंगाल में बदले की कार्रवाई कर रहे हैं।
नारदा स्टिंग का मामला साल 2016 का है, इस मामले में तब टीएमसी के कई नेताओं का नाम सामने आया था। इनमें से कुछ नेता ऐसे भी हैं, जो अब टीएमसी को छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गए हैं। इस वजह से सीबीआई की कार्रवाई को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि चुनाव में हार के बाद भाजपा बदला ले रही है। टीएमसी ने पूछा कि भाजपा के नेताओं सुवेंदु अधिकारी, मुकुल रॉय पर एक्शन क्यों नहीं लिया जा रहा है?